
वित्तमंत्री ने कहा- रसोई गैस की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार पर होती है तय
नई दिल्ली । वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को गृहिणियों ने घेर लिया और कहा कि रसोई गैस की कीमतें ज्यादा हैं, जिन्हें कम किया जाना चाहिए। महिलाओं के इस अनुरोध पर वित्त मंत्री ने उन्हें संतुष्ट करने के लिए अपना लॉजिक दिया और बताया कि रसोई गैस क्यों महंगी हो गई है और कब इसके दामों में कमी आ सकती है। वित्त मंत्री तमिलनाडु के कांचीपुरम जिले के पाजहियसीवरम गांव पहुंची थीं। यहां से उन्होंने 2024 के आम चुनावों के लिए ‘वॉल टू वॉल’ अभियान की शुरुआत की। इसी अभियान की शुरुआत के दौरान ये वाकया हुआ। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को सामने पाकर महिलाओं ने उनसे रसोई गैस को सस्ता करने की अपील की।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही रसोई गैस की कीमतों में 50 रुपये की बढ़ोतरी हुई थी और एक फिल्ड सिलेंडर की कीमत 1100 रुपये हो गई है। अपने गांव के दौरे पहुंचीं यूनियन वित्त मंत्री ने स्थानीय लोगों से बातचीत की और उनसे पूछा कि क्या वे सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। उसके बाद घरेलू महिलाओं के एक ग्रुप ने उनसे रसोई गैस से संबंधित बातचीत की। उनका एक ही सवाल था कि रसोई गैस की कीमतों में कटौती की जाए, ताकि उनका बजट न बिगड़े। इसी मांग को लेकर गांव की तमाम महिलाओं ने निर्मला सीतारमण को काफी देर तक घेरे रखा। निर्मला सीतारमण ने महिलाओं को जवाब देते हुए कहा कि रसोई गैस की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार द्वारा तय की जाती है। हमारे देश में रसोई गैस नहीं है। हम इसे केवल आयात कर रहे हैं, हम जब इसे आयात करते हैं, अगर वहां कीमत बढ़ती है तो यहां भी कीमत में वृद्धि हो जाती है। इसी तरह यदि वहां कीमतों में कमी होगी तो यहां भी कीमतें कम हो जाएंगी। वित्त मंत्री ने कहा कि हालांकि पिछले 2 सालों में कीमतें ज्यादा कम नहीं हुई हैं।
वित्तमंत्री गांव की महिलाओं से बातचीत के बाद भारतीय जनता पार्टी के फंक्शनरी रेजिडेंस में पहुंचीं, जहां उन्होंने कमल के फूल के निशान को पेंट किया और चुनावी अभियान की शुरुआत की। वित्तमंत्री ने लोकसभा चुनाव 2024 के अभियान की शुरुआत को ‘वॉल टू वॉल’ थीम का नाम दिया है। इसका मकसद हर गांव में दीवार पर भाजपा के चुनाव अभियान का प्रचार उकेरना है।