
यात्रा के लिए एक मई से शुरू हो गया रजिस्ट्रेशन
देहरादून । चीन ने कैलाश-मानसरोवर यात्रा के लिए वीजा देने शुरू कर दिए हैं, जो तीन साल से बंद रही। चीन ने यात्रा के नियम बेहद कड़े कर दिए हैं। यात्रा पर लगने वाले कई तरह की फीस दोगुनी कर दी है। अब भारतीयों को यात्रा के लिए 1.85 लाख रुपये खर्च करने होंगे। अगर तीर्थयात्री अपनी मदद के लिए नेपाल से किसी वर्कर या हेल्पर को साथ रखेगा तो 24 हजार रु. एक्सट्रा चुकाने होंगे। इस शुल्क को ‘ग्रास डैमेजिंग फी’ कहा गया है। चीन का तर्क है कि यात्रा के दौरान कैलाश पर्वत के आसपास की घास को नुकसान पहुंचता है, जिसकी भरपाई यात्री से ही की जाएगी।
भारत में उत्तराखंड के जरिये होने वाली कैलाश यात्रा 2019 से बंद है, लेकिन नेपाल के जरिये ये यात्रा शुरू की जा रही है। इसके लिए 1 मई से रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गया है।
चीन ने पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी अब्दुल रऊफ अजहर के नाम को ब्लैक लिस्ट में डालने के भारत के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आपत्ति जताई। रऊफ मसूद का भाई है। चीन ने जेम के अब्दुल रऊफ को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 आईएसआईएल और अल कायदा की प्रतिबंधित लिस्ट में डालने के भारत के प्रस्ताव का विरोध किया। रऊफ अजहर पर अमेरिका ने दिसंबर 2010 में प्रतिबंध लगाए थे।
अगस्त 2022 में भी भारत ने रऊफ अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए प्रस्ताव पेश किया था, तब भी सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य के रूप में चीन ने वीटो के अधिकार का इस्तेमाल करते हुए प्रस्ताव रोक दिया था।