
अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से संपर्क करने की कोशिश
शिरडी, । शिरडी को तिरुपति बालाजी के बाद भारत के दूसरे सबसे अमीर धार्मिक स्थल होने का गौरव हासिल है. साईं बाबा के दर्शन के लिए आने वाले हजारों श्रद्धालुओं की तरफ से यथा शक्ति दान किया जाता है. बड़े-बड़े सेलिब्रिटी, उद्योगपति, बिजनेसमैन, स्पोर्ट्स स्टार लाखों-करोड़ों की रकम और आभूषण दान करते हैं. लेकिन कई आम भक्त अपनी क्षमता के हिसाब से छोटी रकम भी दान करते हैं. उनके ये दान सिक्कों में हुआ करते हैं. इस तरह से साल भर में हर रोज के हजारों श्रद्धालु मिलकर लाखों की तादाद में हो जाते हैं. डोनेशन बॉक्स में जमा की जाने वाली उनकी दान की रकम हफ्ते में सात लाख और साल में साढ़े तीन से चार करोड़ रुपए तक हो जाती है. यही वजह है कि अब बैंकों ने शिरडी के साईं बाबा संस्थान से यह कहना शुरू कर दिया कि वे 1, 2 और 5, 10 के इतने सारे सिक्के उनके पास जमा करवाने ना लाएं. इन्हें गिनने में बहुत वक्त जाता है. बैंकों के मुताबिक इतना वक्त देकर इन्हें गिनने की थका देने वाली प्रक्रिया के बाद जमा करना व्यावहारिक नहीं है तथा बैंकों में इतने सारे सिक्कों को रखने की जगह नहीं है. इसके साथ ही बैंकों का कहना है कि ये सिक्के ज्यादा चलन में नहीं आते हैं. अब तक चार बैंकों ने इन सिक्कों को गिन कर जमा करने से इनकार कर दिया है. साईं संस्थान साढ़े तीन करोड़ रुपए की रकम के बराबर के सिक्के लेकर बैंक दर बैंक चक्कर काट रहा है, लेकिन बैंक इतनी बड़ी तादाद में सिक्कों को स्वीकार कर उन्हें गिन कर जमा करने के लिए तैयार नहीं है. शिरडी साईं संस्थान की ओर से ना सिर्फ शिरडी बल्कि अहमदनगर जिले में आने वाले और इसके आसपास के जिलों के बैंकों से भी संपर्क करने पर जवाब ना में ही मिला. अब हार कर शिरडी साईं संस्थान रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से संपर्क करने की कोशिश कर रहा है. यह जानकारी संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जाधव ने दी.