*✍️जलवा🏹*
*तड़तड़ी….*
वीडियो हुआ वायरल मंडल अध्यक्ष पर युवक ने लगाया आरोप……
(जय कौशल जलवा) मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले के कानड़ भाजपा मंडल अध्यक्ष पर एक युवक ने पत्नी की आत्महत्या के मामले में पुलिस के झमेले से बचाने के नाम पर लाखों रुपए ऐंठने का आरोप लगाया है। वहीं एक वीडियो भी जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें भाजपा नेता नोटों की गडि्डयां लेते हुए नजर आ रहे हैं।
*ये है मसला…..*
दरअसल फरियादी के अनुसार कानड़ थाने के ग्राम अरनियाकलां के रहने वाले अजय बंजारा की पत्नी सीमाबाई ने कुछ समय पूर्व फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी, जिसके बाद पुलिस उसे परेशान कर रही थी। इसी को लेकर अजय, कानड़ भाजप मंडल अध्यक्ष राजेश गोयल के पास मदद के लिए गया। लेकिन अजय का आरोप है कि पुलिस के झमेले से बचाने के लिए राजेश गोयल ने उससे लगभग पांच लाख रुपए लिए।
अजय ने बताया कि पत्नी की आत्महत्या के बाद पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए मैंने भाजपा मंडल अध्यक्ष राजेश गोयल से संपर्क किया तो उन्होंने कहा यह सब मैं संभाल लूंगा। मैंने पूछा कितना पैसा लगेगा। पहले उन्होंने बोला 50 हजार लगेगा, फिर 75 हजार रुपए मांगे। मैंने 1 लाख 50 हजार रुपए उन्हें दे दिए। 75 हजार एडवांस दिए, क्योंकि जरूरत पड़ने पर मैं एकदम तुम्हारे पास कैसे आऊंगा, इसलिए उनको रुपए दे दिए।
समाज के पंचों ने फैसला सुनाया कि ससुराल पक्ष को 4 लाख 25 हजार देना है। वायरल शपथ पत्र के अनुसार, अजय ने फिर 3 लाख 50 हजार रुपए राजेश को दे दिए और इसका एक वीडियो भी बना लिया। अजय ने राजेश को कहा कि जो पूर्व में ₹150000 उसे दिए गए थे उनमें से पैसे मिलाकर वह ससुराल पक्ष को दे दे ताकि पुलिस के झमेले से बच सके, लेकिन राजेश गोयल ₹75000 और देने के लिए लगातार उसे परेशान कर रहा है। तो मैंने उन्हें रुपए देने से मना कर दिया।
*जाँच का आश्वासन…..*
वहीं वायरल वीडियो के मामले में भाजपा के जिला अध्यक्ष चिंतामन राठौर का कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। वायरल शपथ पत्र और वायरल वीडियो की जांच करवाई जाएगी और दोनों पक्षों से बात कर जानकारी ली जाएगी।
*कांग्रेस ने साधा निशाना…..*
वहीं पैसे लेने का वीडियो ट्वीट कर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने लिखा- भाजपा नेताओं का भ्रष्टाचार जारी, आगर में भाजपा मंडल अध्यक्ष राजेश गोयल का पांच लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए वीडियो हुआ वायरल। आवेदक अजय नायक ने आरोप लगाया कि मंडल अध्यक्ष ने इनकी पत्नी की आत्महत्या मामले में पुलिस की कार्रवाई से बचाने के लिए यह राशि ली है।
*अब देखना है कि ये न्यौछावरी वीडियोभरा आरोप किस पर और क्या कार्यवाही करवाता है….या कार्यवाही होती भी है कि नहीं क्योंकि ऐसे कई मामलों में सत्ताधारी बच निकलते हैं…और फरियादी को ही गुनहगारी का बोझ उठाना पड़ता है…इस मामले में भी सम्भवतः यही होना तय है….*