माँ को बुलाकर समझाईश देकर परिवार बिखरने से बचाया.
इंदौर -दिनांक 28 नवंबर 2021-पुलिस की महिला अपराध के प्रति गंभीरता, संवेदनशीलता तथा महिला जागरुकता हेतु श्रीमान पुलिस महानिरीक्षक महोदय श्री हरिनारायणचारी मिश्र , पुलिस उप महानिरीक्षक (शहर इन्दौर महोदय श्री मनीष कपुरिया द्वारा इन्दौर पुलिस को निर्देशित किया गया है । उक्त निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक (पूर्व) महोदय श्री आशुतोष बागरी के मार्गदर्शन मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (पूर्व) (जोन-1) महोदय श्री जयवीर सिह भदौरिया साहब व नगर पुलिस अधीक्षक संयोगितागंज महोदय सुश्री पुर्ती तिवारी के निर्दिेशन मे थाना प्रभारी पलासिया को निर्देशित किया गया था ।
थाना पलासिया पर आज दिनांक 28.11.2021 को अज्ञात व्यक्ति द्वारा बीट गीताभवन ड्यूटी पर तैनात आरक्षक 2959 भागचन्द्र एवं आरक्षक 1220 श्रवण को सूचना मिली की बडी ग्वाल टोली इन्दौर मकान के अन्दर एक लड़की गले में फांसी का फन्दा लगाकर आत्महत्या कर रही है। घटना को गम्भिरता से लेते हुये। मौके पर बीट गीताभवन आरक्षक 2959 भागचन्द्र एवं आरक्षक 1220 श्रवण मोके पर पहुचे तो मकान पर भीड मे चिल्ला पुकार हो रही थी दोनो आरक्षको ने तत्काल लोगो की मदद से मकान का दरवाजा तोड़कर अन्दर जाकर देखा तो एक लडकी मकान की छत के नीचे लगी लकडी पर साडी का फन्दा बनाकर लटकी हुई दिखी जिसे तत्काल फांसी का फन्दा खोलकर नीचे उतारा। पूछताछ पर लड़की के द्वारा पुलिस को बताया गया कि ये लोग 5 बहन तथा 1 भाई है। लड़की सबसे बड़ी उम्र 23 साल की है जोकाम करती है। इसके पिता की 4 साल पहले मृत्यु हो गई थी। कुछ दिन पहले इसकी माँ इन्हें छोड़कर अपने प्रेमी के साथ रहने लगी थी जिससे घर की पूरी जिम्मेदारी इस लड़की पर आ गई थी। माँ को समझाने पर वापस आने के लिये तैयार नहीं थी। लड़की के ऊपर एक ओर अपने छोटे भाई बहन की जिम्मेदारी थी तो दूसरी ओर माँ के प्रेमी के साथ चले जाने का दुःख था। इसी तनाव में आकर वह आज फाँसी पर लटक गई थी। लड़की की दास्तान सुनने पर थाना प्रभारी पलासिया संजय सिंह बैस ने लड़की की माँ को थाने बुलाया तथा लड़की से मिलाया। लड़की की माँ ने बताया कि वह अपने प्रेमी को शादी के पहले से चाहती थी लेकिन माँ-बाप ने दूसरी जगह शादी कर दी। लेकिन 4 साल पहले पति की मृत्यु के बाद उसे अपना पहला प्यार अचानक मिला जिससे वह अपने आपको रोक नहीं सकी ओर उसके पास बच्चों को छोड़कर चली गई थी। वह अपने प्रेमी तथा बच्चों दोनो के साथ रहना चाहती है लेकिन बच्चे प्रेमी को घर में रखने के लिये तैयार नहीं है। इसी कारण वह बच्चों को छोड़कर प्रेमी के पास चली गई थी। बच्चों तथा माँ की थाना पलासिया में 4 घंटे तक काउन्सलिंग कर परिवार को मिलाया गया।
लड़की को आत्महत्या जैसै कदम न उढाने तथा किसी परेशानी में तत्काल पुलिस को सूचित करने बाबत समझाईश दी गई।
उक्त कार्य में थाना प्रभारी संजय सिंह बैस, उनि एम.एल. अहिरवार, उनि पी.एस.सोलंकी, आरक्षक 2959 भागचन्द्र एवं आरक्षक 1220 श्रवण की भूमिका सराहनीय है।