निप्र, जावरा मध्यप्रदेश के रतलाम ज़िले के जावरा भगतसिंह शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.ए.जी पठान द्वारा कहा गया कि कॉलेज में प्रोफ़ेसर की कमी है प्रोफेसर की कमी को लेकर शासन को पत्र लिखा है शीघ्र ही पूर्ति होने कि उम्मीद है, वहीं ओएमआर शीट परीक्षा की जगह लिखित परीक्षा के लिए विक्रम यूनिवर्सिटी उज्जैन के उच्च विभागों को अवगत कराया जिससे विद्यार्थियों को सप्लिमेंट्री समस्या से लाभ मिल सके।लेकिन अब तक कोई सुझाव नहीं आया है वर्तमान में रतलाम ज़िले के जावरा भगत सिंह स्नाकोत्तर शासकीय महाविद्यालय में लगभग साढ़े चार हज़ार विद्यार्थियों ने दाखिला ले रखा है , प्राचार्य डॉ.पठान द्वारा बताया कि इतिहास, समाज शास्त्र और राजनीति विषय के अधिक छात्र हैं लेकिन प्रोफेसर कम फ़िर भी जो विषय के प्रोफेसर हैं वे विद्यार्थियों की बराबर कक्षा लेते हैं, वहीं वर्तमान में वनस्पति विभाग और राजनीति विभाग के भी पद रिक्त हैं, कॉलेज में प्रथम सेमेस्टर विद्यार्थियों के ओएमआर शीट परीक्षा में विद्यार्थियों को ज्ञान कम होता हैं जिससे बच्चें सीट पर गहरा मार्क कर देते है तकनीकि पुस्तिका जांच से रिज़ल्ट प्रभावित होता हैं जिससे विषय में सप्लिमेंट्री आती हैं जिसके संबंध में प्राचार्य डॉ. पठान द्वारा वरिष्ठों को अवगत करवाया , इस संबंध में विद्यार्थियों से जानकारी लेने पर पता चला कि कई विद्यार्थियों को लिखित परीक्षा में भी सप्लिमेंट्री आई हैं कई विद्यार्थी नियमित है तो कई प्राइवेट जो कॉलेज में फॉर्म जमा करते नज़र आए। कॉलेज में बन रहे नवीन केंटीन और भवन के संबंध में प्राचार्य डॉ. पठान द्वारा बताया कि मध्यप्रदेश गृह निर्माण मंडल की ओर से कार्य चल रहा हैं जल्द पूरा होने को है, वहीं बारिश के बाद से कैंपस में गाजर घास को हटाने पर कहा की कीटनाशक दवाई छिड़काव कार्य किया जाएगा ,पूर्व में दैनिक माधव एक्सप्रेस न्यूज़ द्वारा बारिश में कॉलेज की नवीन भवन के प्लॉस्टिक के रूफ़िंग सीट के हट जाने से सीढ़ियों पर पानी की समस्या को लेकर ख़बर प्रकाशित की गई थी जिसे संज्ञान में लेकर मेटल की रूफ़िंग सीट लगा दी गई हैं।