अनुरोध और पत्र बस यहीं तक सीमित रह गया अतिथियों के भविष्य का सफ़र,पूर्व सीएम की सौगात से वर्तमान सीएम हुए विचलित
निप्र, जावरा मध्यप्रदेश सीएम शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा चुनाव के समय अतिथि शिक्षक महापंचायत में अतिथियों के उत्थान में घोषणाएं की थी की अनुभव के आधार पर विभागीय पात्रता परीक्षा आयोजित कर नियमित शिक्षक बनाया जाएगा,वहीं एक बार अनुबंध पूरे वर्ष चलेगा, शिक्षक भर्ती में अतिथियों को 50 प्रतिशत आरक्षण व उच्च शिक्षा के अनुसार प्रतिवर्ष 4 और अधिकतम 20 अंक बोनस के दिए जाएंगे लेकिन अब तक अतिथियों के हित में कोई विशेष कार्य नहीं हुआ, कई अतिथि शिक्षक बिना शिक्षक भर्ती के स्कूलों में अपनी सहभागिता निभा रहे हैं समस्या यह हैं की न प्रयोग शाला सहायक के पद पर किसी को नियुक्त किया जा रहा हैं न ही अन्य एसएस 1 और एसएस 2 पदों पर किसी शिक्षक की नियुक्ति कि जा रहीं हैं, चॉइस फिलिंग पर भी अब तक कोई प्रतिक्रिया पुर्ण हुईं है, जिससे स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की रिक्ति से शिक्षा प्रभावित हो रही हैं वहीं विद्यार्थियों का भविष्य भी अंधकार में जा रहा हैं अतिथि शिक्षकों ने बताया कि शासकीय स्कूलों में अल्प मानदेय पर अतिथि शिक्षक विगत 16-17 वर्षों से पूर्ण, निष्ठा, लगन व ईमानदारी के साथ सेवा देते आ रहे हैं। किंतु आज दिनाँक तक भविष्य अंधकारमय बना हुआ है। अनुभव और वरिष्ठता के आधार पर अतिथि शिक्षकों की विभागीय परीक्षा आयोजित कर नियमित करने हेतू अतिथि शिक्षक महासंघ के प्रतिनिधि मंडल की बैठक 11 सितंबर 2024 को श्रीमान शिक्षा मंत्री उदयप्रताप सिंह एवं आयुक्त महोदया शिल्पा गुप्ता के साथ हुई। जिसमें सहमति बनी थी, लेकिन तात्कालिक माँगों का निराकरण अब तक नहीं हुआ, यदि हमारी प्रमुख तथा तात्कालिक माँगो को पुर्ण नहीं किया तो सम्पूर्ण मध्यप्रदेश के अतिथि शिक्षक 02 अक्टूबर महात्मा गाँधी जयंती के दिन भोपाल की धरा पर आन्दोल करने को मजबूर हो जायेंगे।