इंदौर – आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल द्वारा जनकार्य विभाग मुख्यालय के अंतर्गत कार्यरत प्रभारी अधीक्षक (मूल पद क्लर्क) विजय सक्सेना एवं क्लर्क श्रीमती हेमाली वेध द्वारा पदीय दायित्वों का समुचित तरीके से निर्वहन नहीं करने पर तथा लोकायुक्त पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही में रिश्वत लेने संबंधी प्रकरण पंजीबद्ध होने पर दोनों कर्मचारियों के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की गई।
विदित हो कि विशेष पुलिस स्थापना लोकायुक्त कार्यालय इंदौर संभाग इंदौर के पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया की जन कार्य विभाग मुख्यालय के अंतर्गत कार्यरत प्रभारी अधीक्षक विजय सक्सेना एवं क्लर्क हेमाली वेध नगर निगम इंदौर के विरुद्ध ट्रेप की कार्यवाही कर रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया है तथा विशेष पुलिस स्थापना लोकायुक्त कार्यालय इंदौर द्वारा अपराध क्रमांक118/ 2021 धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम1988( संशोधन अधिनियम 2018 )की धारा 120 बी के अंतर्गत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है।
जनकार्य विभाग में कार्यरत प्रभारी अधीक्षक (मूल पद क्लर्क)विजय सक्सेना एवं क्लर्क हेमाली वेध द्वारा पदीय दायित्वों का समुचित तरीके से निर्भर नहीं करने तथा इनका उल्लेखित कृत्य अनुशासनहीनता के साथ कदाचरण को प्रदर्शित करता है साथ ही उक्त कृत्य स्वैच्छिक कार्य प्रणाली के अतिरिक्त मध्यप्रदेश सिविल सेवा आचरण नियम के विपरीत भी है जिस को दृष्टिगत रखते हुए आयुक्त द्वारा प्रभारी अधीक्षक(मूल पद क्लर्क) एवं क्लर्क को निलंबित किया गया, निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय ट्रेंचिंग ग्राउंड होगा।