इंदौर 18 जून, 2021
इंदौर जिले में अस्पतालों को ऑक्सीजन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिये लगातार सार्थक प्रयास किये जा रहे है। इसके बेहतर परिणाम मिल रहे है। जिले में 40 अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापना की जा रही है है। इनमें से 6 अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है। शेष ऑक्सीजन प्लांट का कार्य प्रगति पर है। इससे 65 मेट्रिेक टन ऑक्सीजन निर्माण की क्षमता प्राप्त होगी।
कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने ऑक्सीजन प्लांट निर्माण की गति को ओर अधिक तेज करने के लिये प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट के अनुमोदान से एक समिति का गठन भी किया है। कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने बताया है कि इन्दौर जिले के अस्पतालों में बेहतर व्यवस्था हेतु तथा अस्पतालों की मेडीकल ऑक्सीजन को लेकर बाहर की निजी कंपनियों पर निर्भरता को समाप्त करने के दृष्टिकोण से विगत 01 माह से शासकीय एवं निजी अस्पतालों द्वारा अपने अस्पतालों मे ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना हेतु सार्थक प्रयास किए जा रहे है। ऐसे कुल 40 निजी एव शासकीय अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापना का कार्य प्रगति पर है। इन 40 अस्पतालों में जो ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो रहे है, उनकी क्षमता लगभग 65 मेट्रीक टन है।
इन्दौर जिले तथा पीथमपुर मित्तल प्लांट की एयर सेपरेशन यूनिट से लगभग 40 टन ऑक्सीजन ऑक्सीजन सिलेंडर में भरी जा सकती है। इस प्रकार इन्दौर जिले में निजी एवं शासकीय अस्पतालों में 65 मेट्रीक टन क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो जाने के उपरांत इन्दौर जिला, मेडिकल ऑक्सीजन की मांग अनुसार आत्मनिर्भर होने की ओर आगे बढ़ रहा है। किसी असमान्य मांग वृद्धि की स्थिती में ही एक टैंकर तरल मेडिकल ऑक्सीजन निजी कंपनियों से प्राप्त कर बढी हुई असमान्य वृद्धि की पूर्ति हो सकेगी। उक्त 40 अस्पतालों में आक्सीजन प्लाट की स्थापना हो जाने पर शहर में स्वयं के संसाधनों से निम्नानुसार मेडिकल ऑक्सीजन की पूर्ति होगी।
श्री मनीष सिंह ने बताया कि शासकीय एवं निजी अस्पतालों में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट से 65 मेट्रीक टन तथा इन्दौर स्थित एएसयू तथा मित्तल प्लाट से 40 मेट्रिक टन इस तरह कुल 105 मेट्रिेक टन ऑक्सीजन की क्षमता निर्मित होगी।
राज्य शासन द्वारा भी यह निर्देश दिए गए हैं कि मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता अस्पतालों में रहे इस हेतु विभिन्न अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लाट स्थापना की जानी आवश्यक है। उक्त 40 अस्पतालों में अथवा आवश्यकता अनुसार अन्य अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापना का कार्य अगले 01 माह में पूर्ण हो जाए इस हेतु प्रभारी मंत्री श्री सिलावट के अनुमोदन से समिति गठित की गई है। इस समिति में अपर कलेक्टर श्री अभय अरविंद बेडेकर अध्यक्ष रहेंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री एस.के.सैत्या सदस्य सचिव होंगे। समिति में सदस्य के रूप में डॉ. निशांत खरे सदस्य राज्य स्तरीय कोविड टॉस्क फोर्स, श्री मधु वर्मा पूर्व आई.डी.ए अध्यक्ष, डॉ. सतीश जोशी अध्यक्ष इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन इन्दौर तथा डॉ. सुनील बांठिया नर्सिंग होम एसोसिएशन को शामिल किया गया है।
उक्त समिति इन्दौर जिले के अस्पताल प्रबंधन से ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना के संबंध में की गई कार्यवाही की आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकेगी तथा चर्चा हेतु बुला सकेगी। अस्पतालों द्वारा जिन ऐजेंसीस को ऑक्सीजन प्लांट स्थापना के लिए कार्यादेश दिए गए है उनके प्रतिनिधियों को अस्पताल प्रबंधन के साथ साथ मॉनिटरिंग के लिए बुला सकेगी। अस्पतालों में पूर्व के समय में मेडिकल ऑक्सीजन की हुई अधिकतम खपत के मान से मेडिकल ऑक्सीजन हेतु अस्पताल को आत्मनिर्भर बनने में आवश्यक निर्देश दे सकेंगी। समिति से कहा गया है कि सभी संबंधित अस्पतालों की प्रत्येक सप्ताह बैठक बुलाकर मॉनिटरिंग अवश्य रूप से करें। राज्य सरकार द्वारा निजी प्लांट स्थापना में 50 प्रतिशत कैपिटल सब्सिडी दिए जाने का प्रावधान है। जिसके संबंध में इस लाभ को प्राप्त करने हेतु प्रक्रिया की जानकारी उक्त समिति अध्यक्ष द्वारा दी जाएगी।
यह आदेश The Epidemic Disease Act, 1897 एवं National Disaster Management Act-2005 अन्तर्गत जिला दण्डाधिकारी को प्रदत्त शक्तियों के तहत जारी किया गया है, जिसका पालन किया जाना अस्पतालों के लिये बाध्यकारी होगा।