देश की अग्रणी एग्रीटेक स्टार्टप कंपनी ग्रामोफ़ोन पिछले पांच साल से किसानों को स्मार्ट खेती करने के लिए आधुनिक तकनीकों के माध्यम से सशक्त करने के उद्देश्य से कार्यरत है और उनके जीवन में समृद्धि ला रही है। कोरोना महामारी के चलते पिछले २ साल सभी के लिए काफी मुश्किल रहे और किसान भाई भी इससे अछूते नहीं रहे हैं |
लॉकडाउन की वजह से सभी सब्जी व् अनाज मंडियां बंद रहीं और किसान भाईयो को अपनी फसल बेंचने का कोई रास्ता नहीं दिख रहा था | उतना ही मुश्किल ये दौर हमारे अनाज व्यापारियों के लिए रहा, वो किसानो से किसी भी तरह जुड़ ना सके | कोरोना की दूसरी लहर के समय किसान अपनी रबी फसलों की कटाई में व्यस्त थे। फसलों की कटाई के बाद किसान लॉकडाउन में फसलों को कैसे बेच पाएंगे इसे लेकर फिक्रमंद थे।
हर बार की तरह इस अभूतपूर्व समस्या को सुलझाने का बीड़ा ग्रामोफ़ोन ने उठाया और किसानों की उपज बेचने की प्रक्रिया को भी स्मार्ट बनाने के उद्देश्य से ‘ग्राम व्यापार’ की शुरुआत की। ग्राम व्यापार के माध्यम से किसान घर बैठे ही अपने ग्रामोफ़ोन मोबाइल ऍप के द्वारा अपनी फसलों को बेंच सकते है बस एक बिक्री सूचि बना कर और भरोसेमंद खरीददारों से डायरेक्ट बात करके | इसी ऐप पर कई व्यापारी खरीददार भी सक्रिय होते है जो खरीद सूचि बनाकर किसानो तक आसानी से पहुँच सकते हैं |
ग्राम व्यापार ने फसलों के व्यापार को बेहद आसान और मुनाफे वाला बना दिया है। इससे किसान और व्यापारी दोनों को लाभ हो रहा है। ऐसे लॉकडाउन के समय में ग्राम व्यापार ने सभी किसानों को घर बैठे फसल बेचने का ये नया माध्यम दे कर सारी मुश्किलें आसान कर दी।
ग्राम व्यापार के शुरू होने के साथ ही अब किसान अपने पूरे कृषि चक्र यानी बुआई से लेकर बिक्री तक के सभी कार्य को ग्रामोफ़ोन एप के माध्यम से अपने खेत या घर में बैठे बैठे बड़ी ही आसानी से कर रहे हैं। ग्राम व्यापार के लांच के तुरंत बाद हजारों किसानों ने अपनी फसल के लिए ग्राम व्यापार से भरोसेमंद खरीददार ढूंढे और सौदा तय किया।
ग्रामोफ़ोन के हेड ऑफ़ आउटपुट बिज़नेस श्री अतुल चौहान ने मीडिया से बातचीत में कहा –
“ग्राम व्यापार की शुरुआत के साथ ही अब ग्रामोफ़ोन किसानों की हर जरूरत का साधन बन गया है। पहले किसान ग्रामोफ़ोन के माध्यम से फसल से उपज तो अच्छी निकाल रहे थे पर उन्हें उपज से अच्छा मुनाफा प्राप्त करने में समस्या होती थी। अब ग्राम व्यापार उनकी यह परेशानी भी दूर कर रहा है, उन्हें एप पर कई खरीददारों के विकल्प एक साथ मिल रहे हैं जिनसे वे घर बैठे बात कर के सौदा तय कर रहे हैं।”
ग्राम व्यापार एक डिजिटल माध्यम होने की वजह से देश के सभी छेत्रों के किसान भाई और व्यापारी डायरेक्ट जुड़