नई दिल्ली(माधव एक्सप्रेस/मनमीत सिंह)
राहुल गांधी के लंदन में दिए गए बयान पर बीजेपी लगातार हमलावर है. अब राहुल गांधी ने भी बीजेपी पर निशाना साधा है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और बीजेपी के इस वक्त जबरदस्त जुबानी जंग छिड़ी हुई है. चर्चा का विषय दो बड़े मुद्दे हैं. दोनों ही राहुल गांधी के बयानों से जुड़े हैं. पहला है संसद में माइक म्यूट करने का मु्द्दा. इस मुद्दे को जबसे राहुल गांधी ने लंदन में उठाया, तब से लेकर अब तक बीजेपी और कांग्रेस इसे लेकर कई बार तू-तू-मैं-मैं कर चुकी हैं. दूसरा मुद्दा है राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान श्रीनगर में दिया गया बयान.
महिलाओं के साथ यौन शोषण होने को लेकर राहुल गांधी ने एक बयान दिया था. दिल्ली पुलिस पिछले दिनों इसी सिलसिले में नोटिस थमाने राहुल गांधी के घर भी गई थी. अब इन्हीं दोनों मामलों को लेकर राहुल गांधी की तरफे से केंद्र सरकार पर निशाना साधा गया है.
पीएम मोदी भारत नहीं है – राहुल गांधी
राहुल गांध का कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी, बीजेपी और आरएसएस को लगता है कि वो ही भारत हैं लेकिन ऐसा नहीं है. इन पर हमले का मतलब भारत पर हमला नहीं है. हां लेकिन भारत के स्वतंत्र संस्थाओं पर हमला करके वह भारत पर हमला जरूर कर रहे हैं. उनका ये बयान संसद पर माइक म्यूट करने के उनके आरोपों को लेकर है.
दरअसल लंदन में उन्होंने इस बारे में बात रखते हुए उदाहरण के तौर पर खराब माइक का इस्तेमाल किया था और कहा था कि भारत में माइक खराब नहीं होते बल्कि बंद हो जाते हैं. इस बयान को लेकर भारत में बवाल मच गया. संसद में भी हर दिन हंगामा हो रहा है. बीजेपी ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने विदेश में भारत का अपमान किया है. ऐसे में उन्हें माफी मांगनी चाहिए. हालांकि राहुल गांधी अभी भी अपनी बात पर टिके हुए हैं. उन्होंने कहा है कि उन्हें संसद में उनकी बात रखने का मौका दिया जाए.
इसी मामले को लेकर कांग्रेस ने भी पिछले दिनों कुछ वीडियो शेयर करते हुए काफी सारे ट्वीट किए थे जिनमें सदन की कार्यवाही को म्यूट करने का आरोप लगाया गया था. इस वीडियो में पहले कांग्रेस सदस्य राहुल गांधी को बोलने दो के नारे लगाते हैं और फिर अचानक आवाज बंद हो जाती है.
शनिवार को विदेश मंत्रालय की कंसल्टेटिव कमेटी की बैठक में भी ये मुद्दा उठा था. इस मीटिंग बीजेपी सदस्यों के साथ-साथ राहुल गांधी समेत कुछ और नेता भी शामिल थे. इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि मैंने लोकतंत्र की हालत पर सवाल जरूर खड़े किए थे लेकिन मैंने किसी भी देश से इस मामले में दखल देने के लिए नहीं बोला क्योंकि ये हमारा आंतरिक मामला है.
इस पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जब कहा कि मैं लोकतंत्र पर खतरे वाली बात से सहमत नहीं हूं तो राहुल गांधी ने कहा था कि मैं अपनी बात पर कायम हूं.
इसके अलावा उन्होंने दिल्ली पुलिस के एक्शन को लेकर भी बयान दिया है और कहा है कि वह ना तो बीजेपी और ना ही आएसएस या पुलिस से डरते हैं. वह हमेशा सच्चाई के लिए लड़ते रहेंगे फिर चाहे उनके खिलाफ कितने की केस क्यों ना दर्ज हो जाएं या चाहे कितनी बार पुलिस उनके घर पर आ जाए.
बता दें, भारत जोड़ो यात्रा के आखिरी पड़ाव के दौरान श्रीनगर में राहुल गांधी ने बताया था कि कुछ ऐसी महिलाओं ने उनसे मुलाकात की है जो यौन शोषण की पीड़ित थी. हालांकि उन्होंने और किसी को भी इस बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया था क्योंकि इससे उनके लिए परेशानी खड़ी हो सकती थी.
इसी सिलसिले में 16 मार्च को दिल्ली पुलिस राहुल गांधी के गर गई थी और उन्हें नोटिस दिया था जिसमें उन महिलाओं की जानकारी मांगी गई थी जिनका यौन शौषण होने का दावा राहल गांधी ने किया था. दिल्ली पुलिस का कहना था कि वो ये जानकारी इसलिए मांग रही है ताक उन महिलाओं को उचित सुरक्षा दी जाए. इसके बाद राहुल गांधी ने इस मामले में दिल्ली पुलिस को एक मेल किया था जिसमें उन्होंने जवाब देने के लिए 8-10 दिन का वक्त मांगा था.