सूरत l गुजरात चुनाव में आज राहुल गांधी की एन्ट्री हो गई| भारत जोड़ो यात्रा से समय निकालकर सोमवार को गुजरात चुनाव प्रचार के लिए दक्षिण गुजरात के सूरत पहुंचे राहुल गांधी ने भाजपा पर कड़े प्रहार किए| सूरत जिले के महुवा तहसील के अनवल के पांच काकडा आयोजित चुनाव सभा में भारत जोड़ो यात्रा का उल्लेख करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह यात्रा प्रेम और भावना की यात्रा है, जिसमें सभी धर्म, जाति और महिला-पुरुष के बजाए पूरा मानव समुदाय हमारे साथ चल रहा है| मैं सुबह 6 बजे शुरू कर रात 8 बजे तक चलता हूं लेकिन मुझे थकान नहीं लगती| सूरत आने पर यहां भी मुझे कार में बिठाने का प्रयास किया गया, लेकिन मैं पैदल ही निकल पड़ा| उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान लोगों के पैर छिल गए, दो यात्री भी शहीद हो गए, परंतु यात्रा रुकी नहीं| मैं बयां नहीं कर सकता कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान लोगों ने मुझे कितना प्यार दिया है| मैं आज गुजरात आया हूं और गुजरात के इस रास्ते से महात्मा गांधी ने भारत को दिशा दी थी, हिन्दुस्तान को जोड़ने काम किया था| जो एक गुजराती थी और भारत जोड़ो यात्रा में भी आपके विचार हैं, आप का इतिहास है| यात्रा में खुशी भी होती है और दु:ख भी होता है| किसान, आदिवासी और युवाओं से मिलकर उनकी बात सुनने से दु:ख होता है| आज किसानों को उनकी फसल के उचित दाम नहीं मिलते, फसल बीमा के रुपए नहीं मिलते और कर्ज माफ नहीं होता| बेरोजगार युवाओं के सपने टूट रहे हैं| माता-पिता ने संतान को इंजीनियर बनाने के लिए रुपए खर्च किए परंतु आज वह मजदूरी कर रहा है| राहुल गांधी ने कहा कि इस देश के पहले और असली मालिक आदिवासी है| जिन्हें भाजपा के लोग वनवासी कहते हैं| भारत के पहले और असली मालिक आदिवासियों को उनकी जमीन से बेदखल किया जा रहा है| आदिवासियों से पूछे बगैर उनकी जमीन छीनकर अरबपति उद्योगपतियों को दी जा रही है| उसके कोई मुआवजा भी आदिवासियों को नहीं दिया जा रहा है| उन्होंने कहा कि आप लोगों ने कांग्रेस उम्मीदवार अनंत पटेल के लिए तालियां बजाई क्योंकि वह आदिवासियों के हक के लिए लड़ रहे हैं| उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के साथ मेरे परिवार का घनिष्ठ संबंध हैं| मैं जब छोटा तब मेरी दादी इंदिरा गांधी ने मुझे एक पुस्तक दिया था और कहा था कि आदिवासियों के बारे में जानकारी इससे मिलेगी| दादी ने मुझे समझाया था कि आदिवासी ही हिन्दुस्तान के पहले और असली मालिक हैं| अगर हिन्दुस्तान को समझना है तो आदिवासियों के जीवन को जानना जरूरी है| आदिवासियों का संबंध जल-जमीन के साथ है| उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग आदिवासियों को वनवासी कहते हैं| मतलब भाजपा वाले चाहते हैं कि आदिवासी जंगल में रहें ना कि शहर में| भाजपा नहीं चाहती कि आदिवासियों की संतानें भी डॉक्टर और इंजीनियर बनें| इसीलिए भाजपा आदिवासियों से उनका जंगल छीन रही है| अगर यही काम चलता रहा तो आगामी 5-10 सालों में पूरा जंगल दो-तीन उद्योगपतियों के हाथ में चला जाएगा और आदिवासियों के पास रहने की जगह नहीं होगी| राहुल गांधी ने कहा कि यह देश आदिवासियों का है और उन्हें पूरा हक मिलना चाहिए| आदिवासियों को स्वास्थ्य और शिक्षा मिलने चाहिए| आदिवासी वनवासी नहीं बल्कि देश के असली मालिक हैं और हमेशा रहेंगे| देश में आदिवासियों की जमीनों की रक्षा की जाएगी|