निप्र,रतलाम ज़िले के सैलाना में किसान गोष्ठी का आयोजन किसान कल्याण एवं कृषि विकास ज़िला रतलाम द्वारा किया गया जिसमें कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. सी. आर. काँटवा ने वहाँ पर उपस्थित किसानो को प्राकृतिक खेती के बारे में विस्तार से बताया कि किसान भाई प्राकर्तिक खेती में उपयोग होने वाले घटक कैसे तैयार करे और उनका उपयोग अपनी खेती में किस प्रकार से करे और उनका क्या फ़ायदा है ? साथ ही उपस्थित डॉक्टर सुशील कुमार ने पशुओं में जो इस समय लम्पी स्किन डिज़ीज़ का प्रकोप चल रहा है उसके प्रमुख लक्षण कौन कौन से होते है जैसे कि शरीर में गाँठे बन जाना, पशु को बुख़ार आ जाना, दुधारू पशुओं का दुग्ध उत्पादन कम हो जाता है और मादा पशुओं में गर्भपात हो जाना के बारे में बताया, साथ ही किसानो को इससे बचाव के भी उपाय बताए कि किसान अपने जानवरो को लम्पी स्किन डिज़ीज़ से कैसे बचाए इस मौके पर कृषि विज्ञान केंद्र अधिकारी व ग्रामीण किसान उपस्थित रहे।