कोरबा l छत्तीसगढ़ राज्य के कोरबा लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत कोरबा में भारत सरकार के केंद्रीय प्रवर्तित योजना के अंतर्गत मेडिकल कॉलेज की स्थापना दो वर्ष पूर्व हो चुकी है। इन दो वर्षों में भी यहां चिकित्सा महाविद्यालय के लिए शैक्षणिक सत्र प्रारंभ करने की स्वीकृति प्राप्त नहीं हुई है।
कोरबा सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत के द्वारा मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा की पढ़ाई प्रारंभ कराने के लिए लगातार प्रयास और पत्र व्यवहार किया जा रहा है। इस कड़ी में सांसद के द्वारा पुन: एक पत्र केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मंत्री मनसुख मांडविया को लिखा गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को सांसद ने अपने पत्र में मेडिकल कॉलेज में शिक्षा प्रारंभ करने की स्वीकृति प्रदान करने की मांग दोहराई है।
सांसद श्रीमती महंत ने उन्हें अवगत कराया है कि 8 जून 2022 को एनएमसी की टीम द्वारा चिकित्सा महाविद्यालय, कोरबा का वर्चुअल वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से निरीक्षण किया गया था जिसमें महाविद्यालय हेतु तैयारियों के संबंध में भवन निर्माण, भूमि, चिकित्सा शिक्षकों, लाइब्रेरी, लैब आदि का निरीक्षण उपरांत तैयारियों पर संतुष्टि प्रकट की गई थी। उनके द्वारा सीटी स्केन मशीन की जानकारी चाही गई जिसकी पूर्ति हेतु निविदा जारी की जा चुकी है। इस बीच छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के लिए चिकित्सा महाविद्यालय हेतु 100 सीटों के लिए अनुमति दी जा चुकी है किन्तु कोरबा के लिए स्वीकृति जारी नहीं हुई है। सांसद ने कहा है कि कोरबा आदिवासी एवं कोयलांचल क्षेत्र है।
यहां के निवासियों की स्वास्थ्य सुविधा एवं उनकी भावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए एवं छोटी-छोटी कमियों पर ध्यान न देते हुए कोरबा मेडिकल कॉलेज में शिक्षा प्रारंभ करने हेतु स्वीकृति प्रदान करने समुचित निर्देश जारी किया जाए। उल्लेखनीय है कि कोरबा सांसद मेडिकल कॉलेज स्थापना से लेकर यहां की सुविधाओं में बेहतरी के लिए लगातार प्रयासरत रहीं हैं। उन्होंने फिर एक बार इस ओर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का ध्यान आकर्षण कराया है ताकि जल्द से जल्द मेडिकल कॉलेज में शैक्षणिक कार्य प्रारंभ किया जा सके।
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