त्रिमूर्ति मां काली का मंदिर महोत्सव समिति द्वारा शस्त्र पूजन किया गया
थांदला से विवेक व्यास माधव एक्सप्रेस
थांदला नगर में त्रिमूर्ति मां कालीका मंदिर गरबा महोत्सव समिति द्वारा दशहरे के पहले महिलाओं द्वारा शस्त्र पूजन कर माँ की आराधना करी दशहरे पर शस्त्र पूजन की शुरुआत के विषय में विद्वानों के बीच अलग-अलग मत हैं, लेकिन यह माना जाता है कि यह परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है. यह पूजा विशेष रूप से योद्धाओं के बीच लोकप्रिय रही है, जो युद्ध में जाने से पहले अपने शस्त्रों का पूजन करते थे. “शस्त्र पूजन हमारी रक्षा, शक्ति और विजय का प्रतीक है. यह परंपरा केवल योद्धाओं तक सीमित नहीं रही, बल्कि यह सभी के लिए शक्ति और आत्म-सुरक्षा का प्रतीक बन गई है.”
