मनी प्लांट एवं फ्रिज की ट्रे को जरूर देखे एवं हर सात दिन में पानी साफ करें
भोपाल : राष्ट्रीय वाहक जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनीष शर्मा के निर्देशन एवं जिला मलेरिया अधिकारी श्रीमती स्मृता नामदेव के मार्गदर्शन में सोमवार को अमरावद खुर्द संजीवनी पर कैनोपी लगाकर उपस्थित लोगों को डेंगू के लक्षण, उपाय एवं बचाव के बारे में समझाया।
इस दौरान क्षेत्रीय समन्वयक फैमिली हेल्थ इंडिया डॉ. संतोष भार्गव ने कहा कि इस मौसम में मच्छरों से बचाव आवश्यक है, लगातार बारिश होने के कारण लार्वा पनपने एवं ब्रीडिंग सोर्सेज की संख्या में वृद्धि होती है अतः हमें ध्यान रखना चाहिए कि लार्वा नहीं पनपे। इस दौरान कार्यक्रम। साथ ही कहा कि सभी की सहभागिता डेंगू नियंत्रण में जरूरी है आप सब का सहयोग अपेक्षित है, डेंगू के मच्छर मुख्य रूप से कंटेनर में पनपते है, कंटेनर को सतह हार्ड होती है, अतः ये गमला एवं गमले के नीचे की ट्रे, सीमेंट की टंकी, मनी प्लांट, टूटे फूटे वर्तन, छत पर पड़े टायर, पुराने मटके, फ्रिज की ट्रे कूलर, नारियल के खोल, डिस्पोजल इत्यादि मुख्य रूप से डेंगू के लार्वा को पनपने के श्रोत है, इस प्रकार मुख्य रूप से डेंगू के लार्वा हमारे घर के अंदर और बाहर साफ पानी में पनपते है।
डेंगू के मच्छर अंधेरे वाली जगह, घर का कोना बेड के पीछे एवं नीचे आराम करते है। अतः घर में गेट एवं खिड़की पर मच्छररोधी जाली अवश्य लगाए जिससे कि मच्छर घर के अंदर प्रवेश नहीं कर सके। दिन के समय में भी मच्छरोधी आधुनिक प्रयोग करे। बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को मच्छरदानी में ही सुलाए। इस दौरान कार्यक्रम समन्वयक रत्नेश सिंह, कृष्णा पटेल एवं मंजू पवार सहित संजीवाणिका स्टाफ उपस्थित रहा।