दिगम्बर जैनाचार्य 108 पुण्यसागरजी महाराज के थांदला वर्षावास की विनन्ति
भावनाओं से कार्य की सिद्धि un होती है – आचार्य श्रीपुण्यसागर
थांदला से (विवेक व्यास, माधव एक्सप्रेस)। थांदला जैन दिगम्बर समाज का प्रतिनिधि मंडल संघ अध्यक्ष अरुण कोठारी व संघपति विजय भीमावत के सानिध्य में सिद्धक्षेत्र में विराजित महान संत वत्सल्यमूर्ति परम् पूज्य आचार्य 108 श्री पुण्यसागरजी महाराज की सेवा में उपस्थित हुआ। इस दौरान श्रीफल से स्तुति करते हुए संघ ने मुनि भगवन्तों के मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात में पधारने की पुर जोर विनन्ति की। संघ अध्यक्ष ने कहा कि करीब 16 वर्ष पूर्व गुरुभगवन्त का थांदला से विहार हुआ था जो बहुत लंबा समय होता है, थांदला की नई ऊर्जा को गुरुदेव के सानिध्य की आवश्यकता है इसलिए गुरुदेव जल्द से जल्द मध्यप्रदेश कि ओर रुख करें। इस दौरान उन्होंने थांदला गौरव मुनि श्री महोत्सवसागरजी महाराज के दीर्घ सिंहनिष्क्रीडित तप की अनुमोदना करते हुए सुखसात भी पूछी वही उनके दीक्षा उपरांत नगर को पहला वर्षावास प्रदान करने की भी पुरजोर विनन्ति की। आचार्य श्री ने संघ की भावना को उत्तम बताते हुए कहा कि थांदला संघ धर्मनिष्ठ व अनुशासित संघ है, वही संघ की भावना भी उत्तम है इसे बनाये रखे क्योंकि भावनाओं से ही कार्य की सिद्धि भी होती है। उन्होंने कहा कि उनका भी मन अन्य राज्यों की स्पर्शना का है जिसके चलते थांदला भी आगमन होगा ही परंतु शिखरजी से थांदला की दूरी 16 सौ किमी के करीब होने से पैदल विहार में वहाँ तक पहुँचने में कुछ विलम्ब तो होगा ही फिर भी प्रतीक्षा का फल सुखद व मीठा ही होता है। उन्होंने थांदला के सभी श्रावक श्राविकाओ को धर्म सन्देश दिया। इस अवसर पर बाल ब्रम्हश्चारि वीणा दीदी ने कहा कि गुरुदेव का मध्यप्रदेश पदार्पण पर पहला चातुर्मास थांदला में ही होगा। गुरुदेव की जयकारें के साथ सभी ने गुररूभक्ति का लाभ लिया। इस अवसर पर दिगम्बर जैन संघ अध्यक्ष अरुण (बाला) कोठारी, उपाध्यक्ष पारस मेहता, कोषाध्यक्ष इन्द्रवर्धन मेहता, विजय भीमावत, बाबू भाई मेहता, आईजा पूर्व प्रदेशाध्यक्ष पवन नाहर, प्रियंक मेहता, प्रकाश मेहता, चंद्रशेखर मेहता, राकेश मेहता, विकास मेहता, दीपक पिण्डरमा, रमेशचन्द्र मादावत, विशाल घोड़ावत, राहुल मेहता, सन्देश बोबड़ा, देवेंद्र मेहता, आनन्द मिंडा, संजय पिण्डरमा, अमित सालगिया, पप्पू मेहता, अनिल जैन झांसी वाले, पुष्पेंद्र मोदी, अंबर जैन, अनिल जैन, कीर्तिश मेहता, जीवंधर मेहता आदि उपस्थित थे।
संघपति विजय भीमावत का बहुमान किया
सिद्धक्षेत्र सम्मेदशिखरजी की पावन यात्रा एवं गुरु दर्शन वंदन के साथ तप व दीक्षाहोत्सव की साधर्मीक यात्रा के लाभार्थी संघपति विजय भीमावत रहे। उनके प्रयासों से थांदला व आसपास के क्षेत्रों के करीब 120 धर्मार्थी ने शिखरजी की यात्रा का लाभ लिया। इस दौरान प्रियंक व राहुल मेहता ने सभी के आतिथ्य सत्कार का लाभ लिया। सकल संघ की सेवा के लिए संघपति विजय भीमावत का बहुमान संघ अध्यक्ष अरुण कोठारी (बाला सेठ), प्रियंक मेहता, राहुल मेहता ने किया इस दौरान आईजा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष पवन नाहर व विशाल घोड़ावत ने संघपति का जोड़े व प्रियांक व राहुल मेहता दोनों भाई का भी शाल माला पहनाकर आईजा का प्रतीक चिन्ह देते हुए उनका बहुमान किया। आपको बता दे कि उक्त यात्रा में हर्ष इन्द्रवर्धन मेहता की भूमिका भी सराहनीय रही।