
तेरापंथ सभा ने किया दीक्षार्थी ललित भंसाली का बहुमान
तप संयम अनुमोदना में चौवीसी का आयोजन प्रभावना भी बाटी
थांदला से विवेक व्यास माधव एक्सप्रेस
थांदला। जैन धर्म में अहिंसा, संयम व तप ही उत्कृष्ट मंगल कहे गए है, जो इनका अनुसरण करता है उन्हें देव भी नमस्कार करते है। बहु रत्न वसुधा थांदला से संयम मार्ग पर अग्रसर हो रहे भंसाली कुल दीपक मुमुक्षु आत्मा ललित भाई सुंदरलाल भंसाली के बदनावर विराजित आगम विशारद बुद्धपुत्र प्रवर्तक देव श्री जिनेन्द्रमुनिजी आदि संत सतियों के श्री चरणों में भंसाली परिवार ने ललित भाई भंसाली का आज्ञापत्र भेंट किया गया वही प्रवर्तक श्री ने आगामी अक्षय तृतीया 30 अप्रैल 2025 को थांदला में दीक्षा की तिथि घोषित कर दी ऐसे में डूंगर मालवा सहित अनेक संघों में अणु बगिया में एक और रत्न के आने की खुशी छा गई है हर कोई भंसाली परिवार के साहसिक निर्णय की प्रसंशा कर रहा है तो दीक्षार्थी भाई ललित के साथ परिवार जनों के बहुमान को आतुर हो रहा है। थांदला में तेरापंथ सभा ने भी ललित भाई के संयम व नगर में चल रहे 72 वर्षीतप अनुमोदना में चौवीसी का आयोजन किया गया साथ ही दीक्षार्थी भाई का शाल माला द्वारा बहुमान किया गया। इस दौरान उन्होंनें सभी वर्षीतप आराधकों के बियासने का लाभ लेते हुए सभी तपस्वियों व तप अनुमोदना में आये सभी श्राविकाओं को प्रभावना भी प्रदान की। इस आयोजन में तेरापंथ सभा के अध्यक्ष अरविंद रुनवाल, सचिव दिनेश मेहता, वरिष्ठ श्रावक रतनलाल जैन, अभय रुनवाल, प्रावीण मेहता, के अलावा श्रीसंघ अध्यक्ष भरत भंसाली, पूर्वाध्यक्ष जितेंद्र घोड़ावत, प्रफुल्ल तलेरा, मयूर तलेरा, अनिल भंसाली, पवन नाहर, हितेश शाहजी, प्रांजल भंसाली, निखिल भंसाली, अंशुल रुनवाल, वंदन जैन के साथ वर्षीतपस्वीजन, दीक्षार्थी परिजन व तेरापंथ सभा के श्रावक-श्राविकाएं उपस्थित थे।