उज्जैन (डॉ. हरीशकुमार सिंह )
उज्जैन में पिछले दिनों प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अगुवाई में शिप्रा तट पर दीपोत्सव का विश्व रिकॉर्ड बनाया गया था | अब अंतर्राष्ट्रीय ठहाका महोत्सव के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. महेंद्र यादव ने ठहाका सम्मेलन की रजत जयन्ती पर दस और ग्यारह जनवरी 2025 को एक और नया विश्व रिकॉर्ड बना डाला जो सचमुच में कठिन ही था मगर उन्होंने अपने संकल्प से यह कर दिखाया | यह रिकॉर्ड था लगातार 25 घंटे 25 मिनट और 25 सेकंड तक कवियों द्वारा हास्य -व्यंग्य कविताओं को सुनाना | सबसे लम्बे कवि सम्मेलन का आगाज दस जनवरी को दोपहर के बारह बजकर तेरह मिनट से आरम्भ हुआ जो ग्यारह जनवरी को दोपहर लगातार 25 घंटे 25 मिनट और 25 सेकंड पूरे होने तक जारी रहा | इस रिकॉर्ड को सत्यापित करने और प्रमाणित करने के लिए ‘ गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स ‘ के दो प्रतिनिधि श्री विश्नोई जी और श्री शुक्ल जी पूरे समय मौजूद रहे | अमेरिकी संस्था गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स ‘ विज्ञान , खेल ,कला , प्रोद्धोगिकी और क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियों का सम्मान और रिकॉर्ड तोड़ने वाली उपलब्धियों को सावधानीपूर्वक सत्यापित और प्रमाणित करता है |
विश्व के सबसे लम्बे चले इस कवि सम्मेलन में करीब दौ सौ हास्य व्यंग्य कवियों ने लगातार काव्य पाठ किया | इसके लिए शहर के अनुभवी कवियों की टीम बनाकर ,लगातार कविता सत्र चले इसके लिए सभी को तीन तीन घंटे के सत्र दिए गये थे | सत्र की शुरुआत ठहाका के डॉ. महेंद्र यादव ने अपनी हास्य व्यंग्य रचना से की | पहले सत्र का संयोजन प्रख्यात गीतकार और वरिष्ठ कवि श्री नरेन्द्रसिंह अकेला के पास था जिन्होंने शहर के बाहर से कवियों को आमंत्रित कर पहला सत्र सफलतापूर्वक संचालित किया | दूसरे सत्र की जिम्मेदारी अंतर्राष्ट्रीय हास्य कवि और मेराथन संचालक दिनेश दिग्गज के पास थी | तीसरे सत्र का निर्वहन हास्य कवि सुरेन्द्र सर्किट के पास था जिनके पास कवियों की सबसे बड़ी टीम थी | इन तीन सत्रों के समाप्त होते होते रात के ग्यारह बज चुके थे और और करीब करीब ग्यारह घंटे का काव्य पाठ हो चुका था | अब बारी चौथे सत्र की थी जिसकी जिम्मेदारी प्रसिद्ध वरिष्ठ कवि श्री अशोक भाटी के हाथ में थी | इस सत्र में नगर के तीन व्यंग्यकारों ने भी पाठ किया जिनमें वरिष्ठ व्यंग्यकार शांतिलाल जैन , शशांक दुबे और डॉ. हरीशकुमार सिंह सम्मिलित थे | तीनों व्यंग्यकारों के व्यंग्य पाठ को गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स के पर्यवेक्षकों की भी सराहना मिली | यह सत्र निर्धारित समय में पूरा हुआ |
सबसे कठिन था रात की कडकडाती ठण्ड में कवियों से अनवरत काव्य पाठ करवाना | यह जिम्मेदारी दी गई थी देश के लोकप्रिय चर्चित युवा कवि पंडित राहुल शर्मा , वरिष्ठ मालवी कवि पंडित अशोक नागर और धीरज शर्मा को | कविवर राहुल ने बड़ी ही कुशलता से कवियों से पाठ करवा कर रात सफलता से निकाली और लगभग अस्सी प्रतिशत तक सफर पूरा कर लिया था | अब सुबह हो चुकी थी और सूर्य की किरणें , बनाने जा रहे इस विश्व रिकॉर्ड के लिए सभी कवियों का अभिनन्दन कर रही थीं | सुबह दस बजते बजते कालिदास अकादमी का अभिरंग सभागृह छोटा पड़ने लगा क्योंकि अब देश भर के कवि – कवयित्री भी यहाँ इस महायज्ञ में अपनी आहुति देने पहुँच रहे थे | दो बजते बजते अंत में कवि सौरभ चातक के काव्य पाठ करते ही , सबसे बड़े ,लम्बे हास्य व्यंग्य कवि सम्मलेन का विश्व रिकॉर्ड बन चुका था | गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स के प्रतिनिधियों ने कहा कि इस कवि सम्मेलन ने निर्धारित सभी मानक पूरे करते हुए लगातार 25 घंटे 25 मिनट और 25 सेकंड तक चलने का विश्व रिकॉर्ड बना लिया है और सभागृह तालियों से गूँज उठा | गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स के श्री विश्नोई जी और शुक्ल जी ने , सत्र के कवियों और दिल्ली की कवयित्री नमिता नमन की उपस्थिति में , ठहाका के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. महेंद्र यादव को मैडल पहनाते हुए इस अद्भुत विश्व रिकॉर्ड की बधाई दी | श्री नरेन्द्र सिंह अकेला ,अशोक भाटी , दिनेश दिग्गज , सुरेंद्र सर्किट , राहुल शर्मा की अगुवाई में उज्जैन के जांबाज कवियों ने इस विश्व रिकॉर्ड को बनाने में अपना अप्रितम सहयोग दिया सभी को बधाई | ठहाका की टीम में सम्मिलित श्री हरीसिंह यादव , श्री ललित लुल्ला आदि ने इस विश्व रिकॉर्ड उपलब्धि के लिए पूरी ठहाका टीम को श्रेय दिया |