
अररिया 11 जनवरीl ऑल इंडिया फूड एंड एम्पलाइज वर्कर्स यूनियन के आह्वान पर कृषि उत्पादन बाजार समिति (विघटित) स्थित बिहार राज्य भंडार निगम के दर्जनों मजदूर मानदेय बढ़ाए जाने की मांग को लेकर एक सप्ताह से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं।हड़ताली मजदूर एक सप्ताह से अधिक समय से एफसीआई गोदाम के मुख्य दरवाजे को जामकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।शनिवार को श्रम संसाधन विभाग के श्रम अधीक्षक की ओर से गठित छह सदस्यीय जांच दल धरना स्थल पर पहुंचकर मजदूरों से श्रम चोरी के मामले को लेकर जांच की और मजदूरों से बातचीत की।
सीपीएम के सचिव प्रमोद सिंह के द्वारा श्रम संसाधन विभाग में श्रम चोरी के मामले को लेकर आवेदन दिया था।जिसके आलोक में श्रम अधीक्षक की ओर से छह सदस्यीय जांच दल का गठन किया गया।जांच दल में अररिया के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी अमर ज्योति,फारबिसगंज के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी अमर कुमार राय,कुर्साकांटा के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी सौरभ प्रभाकर,रानीगंज के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, राजेश कुमार,नरपतगंज के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी ममता कुमारी और जोकीहाट के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी अमित कुमार कश्यप शामिल हैं,जिन्होंने आकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे मजदूरों से बातचीत की और पूरे प्रकरण की जांच की।
इस दौरान जांच दल की ओर से अनिश्चितकालीन हड़ताल को तोड़वाने की पहल की गई,लेकिन बिना बिना ट्रांसपोर्टर और ठेकेदार के हड़ताल को तोड़ने से मजदूरों ने मना कर दिया।जिस पर जांच दल की ओर से संवेदक से फोन पर बातचीत भी की गई।जिस पर संवेदक ने जांच दल को 17 जनवरी को आकर मामले को सुलझाने का आश्वासन दिया।जांच दल में शामिल सदस्यों ने बताया कि उनके द्वारा किए गए जांच का रिपोर्ट श्रम अधीक्षक को दिया जाएगा।साथ हो विभाग के द्वारा श्रम चोरी मामले में संवेदक और एजेंसी को नोटिस की जायेगी।
मौके पर धरना प्रदर्शन के साथ अधिकारियों के साथ वार्ता में शामिल मजदूरों में मिथिलेश राय,श्याम राय,संजय राय, हीरालाल राय,सुरेश राय,बासदेव राय, देवनारायण राय, विद्यानंद राय, धुरन राय,सुबोध कुमार,मंटू चंद्रा , मनजीत कुमार सहित दर्जनों मजदूर शामिल थे।