मानव अधिकार एवं अपराध नियंत्रण संगठन का सराहनीय प्रयास
स्कूल में जिला विधिक सहायता अधिकारी चन्द्रेश मंडलोई ने स्कूल में उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए
उज्जैन। अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस के अवसर पर मानव अधिकार एवं अपराध नियंत्रण संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अमित सिसोदिया, के मार्गदर्शन में संगठन की इंदौर-उज्जैन टीम द्वारा विधिक सहायता,साइबर क्राइम, एवं नशे मुक्ति, को लेकर जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी कार्यक्रम के तहत
उज्जैन मीडिया प्रभारी फरहान गौरी के माध्यम से
बड़ा तेलीवाड़ा स्तिथ कालिदास मांटेसरी स्कूल से संपर्क कर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें स्कूल के स्टाफ एवं टीचर्स का योगदान रहा। मुख्य अतिथि जिला विधिक सहायता अधिकारी चंद्रेश मंडलोई, व थाना कोतवाली उज्जैन सीएसपी ओम प्रकाश मिश्रा एवं संगठन से शहर सचिव डॉ. समीर खान थे। कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों को पुष्प ग़ुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया गया।
विधिक सहायता अधिकारी बोले- अधिकारों की जानकारी होना ज़रूरी है
स्कूल में जिला विधिक सहायता अधिकारी चन्द्रेश मंडलोई ने स्कूल में उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी देश का भविष्य हैं और आने वाले समय में आपको ही देश का नेतृत्व करना है।कानून और शिक्षा के परिक्षेत्र में छात्र-छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाता है।इस कारण आपको कानूनों की सैद्धांतिक जानकारियां होना आवश्यक है क्योंकि न्याय पाने के लिए यह आवश्यक है। हमें हमारे अधिकारों और दूसरों के प्रति दायित्वों की जानकारी होना चाहिए, इसके साथ विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा किस प्रकार विधिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है, और अन्य योजनाओं की जानकारियां उपलब्ध कराई।
सीएसपी ने बताया डिजिटल अरेस्ट से कैसे बचे
सीएसपी ओम प्रकाश मिश्रा ने बच्चों को जानकारी देते हुए बताया कि महिलाएं और बच्चे आजकल मोबाइल, लेपटॉप पर ज्यादा समय ऑनलाइन रहते हैं। ऐसे में साइबर क्राइम का सबसे ज्यादा खतरा भी उन्हीं के साथ बना रहता है। इसका सबसे बड़ा कारण साइबर क्राइम और उससे सुरक्षा की पूरी जानकारी नहीं होना है। आपने कहा कि किसी को भी अपना सोशल मीडिया अकाउंट का आईडी पासवर्ड ना दे।
शहर के लोग भी हो चुके हैं शिकार।
मानव अधिकार एवं अपराध नियंत्रण संगठन की मुख्य कार्यालय प्रभारी रिया जैन ने बताया कि अबतक शहर में 15 से 20 लोग डिजिटल अरेस्ट का शिकार हुए हैं और उनसे प्रत्येक व्यक्ति से लाखों की ठगी हुई है। अगर कोई व्यक्ति सोशल मीडिया पर परेशान करे या नाजायज़ डिमांड करें तो बच्चे परेशान हो जाते हैं और अपने माता पिता को भी इस डर से नहीं बताते हैं की माता पिता उन्हें डांटेंगे या नाराज हो जाएंगे ऐसे में बिल्कुल डरे नहीं, हिम्मत करके अपने माता पिता बहन या अधिकारियों से सम्पर्क कर के अपने मन की बात को शेयर करें और डिप्रेशन में आ कर कोई भी गलत कदम ना उठाएं।