
फिल्म समीक्षक
डॉ.महेन्द्र यादव
देवरा सिनेमाघरों में दर्शकों के लिए एक ऐसा अनुभव लेकर आई है, जिसे भुलाना आसान नहीं होगा। कोरताला शिवा के निर्देशन में बनी यह फिल्म एन. टी. रामाराव जूनियर, सैफ अली खान, और जान्हवी कपूर जैसे दमदार कलाकारों के शानदार प्रदर्शन के साथ आपको एक रोमांचक यात्रा पर ले जाती है। फिल्म का हर सीन, हर एक्शन सीक्वेंस और भावनात्मक मोड़ दर्शकों को बांधे रखता है।
कहानी और निर्देशन:
फिल्म की कहानी देवरा (जूनियर एन. टी. रामाराव) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो समुद्र के जरिये गैरकानूनी कामों में लिप्त है। देवरा का यह सफर, जहां वह एक अपराधी से अच्छाई की ओर बढ़ता है, फिल्म को अद्वितीय बनाता है। सैफ अली खान, जिन्होंने भैरा का किरदार निभाया है, इस सफर में मुख्य बाधा बनते हैं, और यह टकराव फिल्म को और अधिक रोमांचक बनाता है। देवरा के हृदय परिवर्तन और भैरा के साथ संघर्ष के दृश्य आपके रोंगटे खड़े कर देंगे।
कहानी में एक तरफ जहां एक्शन और इमोशन का बेहतरीन मिश्रण है, वहीं दूसरी ओर समुद्र की पृष्ठभूमि इसे और अधिक खास बनाती है। कोरताला शिवा ने इसे एक भव्य तरीके से प्रस्तुत किया है, जो दर्शकों को हर सीन में खींचे रखती है। फिल्म की लम्बाई तीन घंटे है, लेकिन यह समय कब निकल जाता है, इसका अंदाजा दर्शक नहीं लगा पाते। हर सीन अगले सीन की ओर मजबूती से बढ़ता है, और फिल्म का अंत ऐसा है, जो दर्शकों को हैरान कर देता है।
कलाकारों का दमदार प्रदर्शन:
फिल्म में एन. टी. रामाराव जूनियर ने दोहरी भूमिका निभाई है, और दोनों ही किरदारों में उन्होंने ऐसा जानदार अभिनय किया है कि दर्शक उनके दीवाने हो जाएंगे। एक ओर उनका दमदार एक्शन है, तो दूसरी ओर उनकी भावनात्मक गहराई दर्शकों को उनसे जोड़ने में सफल होती है। उनकी परफॉर्मेंस फिल्म की जान है और उनके प्रशंसक इसे लंबे समय तक याद रखेंगे।
सैफ अली खान ने भैरा के निगेटिव शेड्स में अपनी प्रतिभा का जबरदस्त प्रदर्शन किया है। उनका अभिनय हर सीन में दमदार है और उनके किरदार की चालाकी और क्रूरता दर्शकों के मन पर गहरी छाप छोड़ती है। जान्हवी कपूर ने भले ही फिल्म में सीमित स्क्रीन टाइम पाया हो, लेकिन उनकी मौजूदगी फिल्म के अगले भाग के लिए उत्सुकता बढ़ाती है। उनके किरदार में आगे और भी संभावनाएं हैं, और दर्शक उन्हें दोबारा देखना चाहेंगे।
प्रकाश राज ने फिल्म में सूत्रधार की भूमिका निभाई है और उनके अनुभव ने उनके किरदार को खास बना दिया है। हालांकि उनकी बैकस्टोरी को फिल्म में ज्यादा नहीं दिखाया गया, लेकिन उनकी उपस्थिति ने फिल्म की गंभीरता को बढ़ाया है।
तकनीकी पक्ष और एक्शन:
फिल्म की सबसे बड़ी ताकत इसके एक्शन सीक्वेंस हैं। एन. टी. रामाराव जूनियर के एक्शन सीन बेहद शानदार हैं और सैफ अली खान के साथ उनके संघर्ष के दृश्य दर्शकों को कुर्सी से उठने नहीं देंगे। फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक और सिनेमैटोग्राफी इसे और भी भव्य बनाते हैं। समुद्र के किनारे फिल्माए गए दृश्यों का सौंदर्य और एक्शन सीक्वेंस की कोरियोग्राफी फिल्म को एक विजुअल ट्रीट बनाती है।
संगीत और इमोशन:
फिल्म का संगीत हर सीन को एक अलग ऊंचाई पर ले जाता है। एक्शन के दौरान बैकग्राउंड म्यूजिक इतना प्रभावशाली है कि वह दर्शकों की धड़कनों को तेज कर देता है। फिल्म के इमोशनल मोड़, खासकर देवरा के हृदय परिवर्तन के सीन, दर्शकों को भावुक करने में सफल होते हैं।
निष्कर्ष:
देवरा एक ऐसी फिल्म है, जो आपको एक्शन, इमोशन, और रोमांच का अद्भुत संगम देती है। एन. टी. रामाराव जूनियर और सैफ अली खान के दमदार प्रदर्शन, बेहतरीन एक्शन, और भव्य निर्देशन के कारण यह फिल्म दर्शकों को बांधने में पूरी तरह सफल रहती है। यदि आप बड़े पर्दे पर ग्रैंड एक्शन और मनोरंजन का आनंद लेना चाहते हैं, तो देवरा को मिस नहीं करना चाहिए।
रेटिंग: 4/5