उज्जैन में धर्मस्व विभाग का शुभारंभ करेंगे/ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
18 या 19 को उद्घाटन की तैयारी, प्रदेश के बड़े मंदिरों की बनेंगी विकास योजनाएं
.UJJAIN//मध्यप्रदेश सरकार का धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग उज्जैन शिफ्ट करने के बाद इसका शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 18 या 19 अगस्त को कर सकते हैं। धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग का दफ्तर उज्जैन में कोठी रोड पर स्मार्ट सिटी के कार्यालय में स्थापित किया गया है। नया कार्यालय बनकर तैयार हो चुका है।
इसके लिए अधिकारियों और कर्मचारियों की पदस्थापनाएं भी कार्यालय में की गई हैं। भोपाल से सभी आवश्यक सामग्री पहले ही उज्जैन कार्यालय पहुंच चुकी हैं। मुख्यमंत्री द्वारा शुभारंभ के बाद यह विधिवत काम करना शुरू कर देगा। सिंहस्थ की दृष्टि से यह पहल महत्वपूर्ण है।
सिंहस्थ की योजनाओं को यहां तैयार किया जा सकेगा और बैठकें भी हो सकेंगी। खास बात यह कि प्रदेश के सभी बड़े मंदिरों के विकास की योजनाएं भी यहीं से बनाई जा सकेंगी। श्री महाकालेश्वर मंदिर के अलावा सलकनपुर देवी मंदिर, शारदा देवी मंदिर मैहर और अन्य प्रमुख मंदिर शामिल हैं।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का संचालन भी उज्जैन कार्यालय से ही हो सकेगा। नए कार्यालय में प्रदेश के बड़े मंदिरों के फोटो लगाए जाएंगे और धार्मिक किताबें भी उपलब्ध कराई जाएंगी। संभागायुक्त संजय गुप्ता ने निदेशक के रूप में कमान संभाल ली है। उन्होंने सिंहस्थ 2028 की दृष्टि से मंदिरों के थीम बेस्ड हेरिटेज डेवलपमेंट की कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए हैं।
प्रदेश के सभी धर्मस्व विभाग के मामले उज्जैन से निपटाए जाएंगे। उज्जैन धार्मिक नगरी होने के साथ-साथ मध्य प्रदेश का हृदय स्थल भी है। उज्जैन जिले में छोटे और बड़े मिलाकर दो हजार से अधिक मंदिर हैं। यहां के पुजारी और पंडितों को अब छोटे-छोटे मामलों के लिए धर्मस्व विभाग भोपाल नहीं जाना पड़ेगा।
इतिहास का एक नया अध्याय शुरू होगा…
इस विभाग के शुरू होते ही मध्यप्रदेश के इतिहास में एक नया अध्याय शुरू होगा। पहली बार यह विभाग महाकाल नगरी उज्जैन से संचालित करने की अभिनव पहल की गई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की पहल पर यह संभव हो पा रहा है। पहले यह विभाग भोपाल से संचालित होता था। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की कैबिनेट ने धर्मस्व विभाग उज्जैन में स्थापित करने का फैसला लिया है।