निप्र,जावरा मध्यप्रदेश के रतलाम जिले की जावरा तहसील की नगर पालिका के कार्यालय में जावरा के विकास की बाग डोर जनप्रतिनिधियों से जुड़ी होने के कारण नगरपालिका की कार्यप्रणाली पूरी तरह विफल हो गई है ,जिसके चलते दो वर्ष से विकास कार्य रुके हुए है,नगरपालिका अध्यक्ष के कार्यकाल के दौरान कई वर्षों से विकास तो हुआ
लेकिन अधूरा जिसका स्पस्टीकरण बारिश के दौरान सड़कों पर उभरते गड्ढे ओर गलत ढंग से निर्माण की हुई नालियों से बाहर निकलते हुए गन्दे नाली के पानी से जाहिर होता है ,नगर के मुख्य मार्गो पर बारिश के दौरान गड्ढे ही गड्ढे नजर आने लगते है, जनता की शिकायत पर पिछली बारिश में भी एसडीएम के आदेश पर सिर्फ पेच वर्क कार्य कर गड्डो को भर दिया गया ,परन्तु पूर्णतः खराब सड़कों पर दो वर्ष से टेंडर पूर्ण होने के बाद भी जावरा की सड़कों व नालियों के निर्माण कार्य पर ध्यान नही दिया गया जिसके कारण जनता को गन्दे नालों के उफनते पानी को घरों में एवं सड़कों के आसपास भरने से असहाय महसूस होने लगा है, लेकिन जिम्मेदार सत्ता और विपक्ष के प्रतिनिधियों एव अधिकारियों की ठंडी कार्यप्रणाली के कारण आमजन बेबस है जिसके कारण लोकतंत्र की शिकायत सिर्फ ज्ञापन तक ही सीमित रह गई है।