निप्र,जावरा मध्यप्रदेश में फैलता अवैध शराब का कारोबार चरम पर है लेकिन शासन की सुस्ती ओर आबकारी विभाग की अनदेखी ने एक बार फिर रतलाम जिले के जावरा तहसील में मौत का सामान बनाने वाली फैक्ट्री को संचालित कर दबंगाई बेख़ौफ़ अवैध शराब को बना कर तस्करी करने में लिप्त थे, लेकिन शराब से भरी पिकअप पलट जाने से अवैध शराब कारोबारियों की पोल खुल गई,उक्त सूचना के अनुसार औद्योगिक क्षेत्र थाना जावरा अंतर्गत गांव सोनगढ़ आंबाखारी के पास खेत में जहरीली शराब बनाने कि फैक्ट्री पकडी गई ,जहां से पुलिस ने बड़े पैमाने पर मौत का सामान, यानि, यूरिया, स्प्रिट, खाली बोतले, ढक्कन, और शराब के लेबल जप्त किए गए, वही बड़े पैमाने पर जहरीली शराब जप्त कि गई,
पुलिस ने इस मामले में 3 लोगो को गिरफ्तार किया ,जबकि 6 आरोपी फरार है ,पुलिस के अनुसार बताया गया कि यह एक अन्तर्राज्यीय गिरोह है जो बीते 7 से 8 सालो से सक्रिय है। ये अपराधी फिल्मी स्टाईल में बकायदा शराब कि गाडी कि पायलेटिंग कर जहरीली शराब को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाते थे ये कारोबार इंदौर, मंदसौर, धार, देवास, उज्जैन और आसपास के जिलो में खासा फैला हुआ है 20 जून को हाईवे पर माननखेडा टोल के पास शराब से भरा एक पिकअप वाहन पलटा तो पूरे पुलिस ने शराब माफिया से तार जोडने शुरू किए मुखबिर से सूचना मिली कि आंबाखारी खेत पर शराब बनाने कि अवैध फैक्ट्री चल रही है उस पर दबिश दी तो पूरे मामले का खुलासा हो गया ,हालांकि पुलिस अब भी इस गिरोह के मास्टरमाइंड से दूर है। जिसकी गिरफ्तारी पर कई अहम खुलासे होने कि उम्मीद है।