पादूका पूजन के साथ होगा सत्संग, पुष्प एवं गुलाल के साथ होगा फाग उत्सव
उज्जैन/ अभिजीत दुबे। /प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज की संस्था प्रभु प्रेमी संघ परिवार के सभी अनुयायियों द्वारा 29 मार्च 2024 शुक्रवार को फाग उत्सव मनाया जाएगा आयोजन प्रभारी अजय अर्चना पांडे ने बताया कि रेलवे स्टेशन के सामने लोकमान्य तिलक परिसर में शुक्रवार दोपहर 4:30 से फाग उत्सव प्रारंभ होगा सर्वप्रथम स्वामी जी की पादुका का पूजन किया जाएगा तत्पश्चात भजन कीर्तन होगा एवं सभी अनुयायियों द्वारा फाग उत्सव पुष्प एवं गुलाल के द्वारा बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा प्रभु प्रेमी संघ परिवार ने सभी से आग्रह किया है कि फाग उत्सव में अपने परिवार सहित अवश्य पधारे
कई पुस्तकों के हैं रचयिता महाराज जी
आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद जी महाराज द्वारा कई सारी पुस्तकें लिखी गई हैं। उनके द्वारा लिखी गई पुस्तकें प्रकाशित भी हो चुकी हैं। इनमें सागर के मोती, सत्यम शिवम सुंदरम, प्रेरणा के पुष्प, जीवन दर्शन, अमृत गंगा, कल्पवृक्ष की छांव, ज्ञान सूत्र, पूर्णता की ओर, आत्म अनुभव साधना मंत्र, ब्रह्म ही सत्य है, आत्मा आलोक, गरिस्थ गीता, सँवारें अपना जीवन, आत्म अवबोध, मुक्तिपथ, दृष्टांत महासागर, आध्यात्मिक कथाएं, आत्मानुसंधान, अमृत प्रभाकरण आदि शामिल हैं।
प्रभु प्रेमी संघ की स्थापना .
आचार्य महामंडलेश्वर द्वारा प्रभु प्रेमी संघ नामक एक संस्था की स्थापना की गई। यह प्रभु प्रेमी संघ स्वामी जी द्वारा निर्देशित किया जाता है। यह एक आध्यात्मिक संस्था है जो मानव में नैतिक मूल्यों का संरक्षण, पर्यावरण के प्रति जागरूकता तथा विश्व शांति के अनेक प्रयास करती रहती है। इस संस्था का मुख्य लक्ष्य आध्यात्मिक सांस्कृतिक चेतना को मनुष्य के मन में जगा कर संपूर्ण विश्व में चेतना का उत्थान करना है।
इसके साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय रूप से विश्व में कई सर्वधर्म सम्मेलनों में भी इस संस्था की सक्रिय रूप से भागीदारी निश्चित होती है। यह संस्था पूरे विश्व के मानव समुदाय के प्रति निस्वार्थ सेवा की भावना से अपने कार्यों को संपन्न करती है। इसका उद्देश्य सभी धर्मों के लिए सहिष्णुता और भाईचारे के संदेश के साथ-साथ मानव जाति के लोगों के मन में सेवा की भावना पैदा करना है तथा प्राचीन धर्म ग्रंथों में निहित ज्ञान को प्रवचनों के माध्यम से मनुष्य के विचारों में अंतर्निहित करना है। आज इस संस्था की देश-विदेश में कई सारी शाखाएं मौजूद हैं। जो इस तरह के आध्यात्मिक उत्थान के कार्यों में कार्यरत है। आचार्य महामंडलेश्वर जी वर्तमान समय में हरिद्वार में स्थित समन्वय सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं