नई दिल्ली(माधव एक्सप्रेस/मनमीत सिंह)
निर्मला सीतारमण ने देश का अंतरिम बजट पेश कर दिया है. मोदी सरकार का कहना है कि 2027 तक भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना है. ये कदम और बजट उसी दिशा में है. आजादी के 75 बरस पूरे होने पर आगे के 25 बरसों को सरकार ने कर्तव्य काल के तौर पर मनाने का फैसला किया था. सरकार ने कहा है कि वह इसको कर्तव्य काल के तौर पर मनाएगी
बजट के 78 नंबर पॉइंट में ये बात की गई है कि 2014 से पहले की आर्थिक चुनौतियों अलग थी और उसको मोदी सरकार ने अपने आर्थिक प्रबंधन से दूरुस्त किया है. सरकार का दावा है कि उसकी नीतियां देश की तरक्की के लिहाज से काफी अहम है पर इसको लेकर कई सवाल भी हैं. सरकार का दावा है कि इस साल जुलाई में नई सरकार के आने के बाद भारत सरकार एक विस्तृत बजट पेश करेगी जो सरकार के विकसित भारत के टारगेट को पूरा करेगा.
फारूक अबदुल्ला ने क्या कहा?
एक ओर सरकार के दावे हैं तो दूसरी तरफ इस बजट को लेकर आलोचनाएं भी हैं. नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अबदुल्ला ने कहा है कि इस बजट में कोई ऐसी बात नहीं है और असली बजट जुलाई में आएगा. अबदुल्ला ने उम्मीद जताई है कि इससे लोगों को फायदा होगा. अबदुल्ला ने ख्वाइश जताई है कि नए रोजगार मिले, टूरिज्म बढे और देश की तरक्की हो. महिलाओं को लखपति बनाने के दावे पर भी फारूक अबदुल्ला ने खुशी जाहिर की है
सरकार ने बजट के जरिये इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया है. 40 हजार रेलवे के डिब्बों को वंदे भारत में बदलने का लक्ष्य रखा गया है.कौशल भारत योजना के तहत 1 करोड़ से अधिक लोगों को ट्रेनिंग देने के दावे के साथ 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में अनाज उपलब्ध कराने को सरकार ने अपनी उपलब्धि बताया है.