
90%फीसदी वोटिंग वाली सीट में बीजेपी कांग्रेस हुई फेल, कर्ज लेकर चुनाव लड़े कमलेश्वर ने किया कमाल रतलाम से सैलाना के इकलौते विधायक कमलेश्वर डोडियार है जिन्होंने ₹12 लाख रुपए उधार लेकर चुनाव लड़ा और जीते।
मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव हुए जिसमें भाजपा ने163 सीट से प्रचंड जीत हासिल करी कांग्रेस के प्रत्याशी भी जीते हैं लेकिन इन सभी के बीच में मप्र के भारत आदिवासी पार्टी के रतलाम के सैलाना से कमलेश्वर डोडियार दरअसल, एमपी विधानसभा विधानसभा की सैलाना सीट वोटिंग के दिन से ही चर्चा का विषय रही यहां पर पहले तो प्रदेश में सबसे ज्यादा 90 फीसदी मतदान हुआ। दूसरी बार यह परिणाम को लेकर भी चर्चा में आ गई। इस बार यहां बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही नहीं जीत पाई बल्कि किसी तीसरी पार्टी ने ही जीत अपने नाम की। यदि आप की सोच रहे हो तो वह नहीं भारतीय आदिवासी पार्टी है। इसके प्रत्याशी कमलेश्वर डिंडोरिया की जीत हुई है।
90%फीसदी वोटिंग वाली सीट में बीजेपी कांग्रेस हुई फेल, कर्ज लेकर चुनाव लड़े कमलेश्वर ने किया कमाल रतलाम से सैलाना के इकलौते विधायक कमलेश्वर डोडियार है जिन्होंने ₹12 लाख रुपए उधार लेकर चुनाव लड़ा और जीते।
राजस्थान से संबंध रखने वाली भारत आदिवासी पार्टी से पहली बार चुनाव लड़ने के लिए उतरे कमलेश्वर डोडियार के चुनाव लड़ने की कहानी दिलचस्प है। उनके पास इस चुनाव को लड़ने के लिए फंड तक नहीं था। उसने 12 लाख रुपए का कर्ज लेकर चुनाव लड़ा था। कर्जा लेकर चुनाव लड़े प्रत्याशी ने कई महारथियों को हराते हुए जीत दर्ज की है। जीतने के बाद चुनाव में जो भी खर्चा हुआ है उसको चुकाने के लिए समाज से मदद की अपील की है। साथ ही एक कार्यक्रम का आयोजन किया है। उनके इस चुनाव जीतने की हर और चर्चा हो रही है। उनको 71,219 वोट मिले है। वहीं, कांग्रेस के हर्ष विजय गहलोत को 66,601 वोट मिले तो बीजेपी की संगीता चारेल 41, 584 मत मिले है।
कांग्रेस का गढ़ था सैलाना
सैलाना सीट की बात करे तो गहलोत परिवार की गढ़ माने जाने वाली सीट पर प्रभुदयाल गहलोत 1967 से पहली बार एमएलए बने थे। उसके बाद 1972, 1980 और 1985 में जीते। 1993 में निर्दलीय चुनाव लड़े और हार गए। 1998 में निर्दलीय जीत दर्ज की और 2003 और 2008 में कांग्रेस में वापसी कर विधायक बने। 2013 में बीजेपी की संगीता ने जीत दिलाई। लेकिन 2018 में फिर यह सीट गेहलोत परिवार के हर्ष विजय के पास गई।
विधायक कमलेश्वर डोडियार ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर उनसे आग्रह किया कि वे मंत्री बनना चाहते हैं ताकि अपने विधानसभा क्षेत्र का विकास कर सकें। आपको बता दें कि कमलेश्वर रतलाम के सैलाना में एक झुग्गी में रहते हैं। वे गरीब मजदूर के बेटे हैं। । रतलाम से मोटर साइकिल से वे भोपाल पहुंचे।
शिवराज सिंह चौहान ने सीएम हाऊस से कार भेजकर कमलेश्वर को सीएम हाऊस बुलाया। उन्हें मिठाई खिलाकर जीत की बधाई दी। कमलेश्वर ने मंत्री बनाने की बात की शिवराज सिंह चौहान ने कोई आश्वासन नहीं दिया है। कमलेश्वर की सीएम से मुलाकात उनके ओएसडी लक्ष्मण सिंह मरकाम ने कराई।