उज्जैन मैं ट्रैफिक की व्यवस्था बिगड़ी हुई नजर आती है किसी भी चौराहा गलियों में आप देख ले आपको जाम लगा हुआ दिखेगा ट्रैफिक पुलिस कहीं भी नजर नहीं आएगी जाम में फंसा व्यक्ति ही परेशान होकर बड़ी मुश्किल से निकलने की कोशिश करता है
उज्जैन:महाकालेश्वर मंदिर की ओर जाने वाले मार्गों पर प्रतिदिन जाम लगने से राहगिरों के साथ ही रहवासी और व्यापारी भी परेशान हैं। जाम लगने पर ट्राफिक पुलिस द्वारा भी यातायात कंट्रोल नहीं हो पाता। इस समस्या के समाधान के लिये पुलिस अफसरों ने इन मार्गों पर स्थित दुकान के व्यापारियों से सुझाव लिये और पुलिस व व्यापारियों की समिति बनाने का निर्णय भी लिया।
महाकालेश्वर मंदिर ओर जाने वाले मार्गों में गुदरी से कहारवाड़ी होते हुए हरसिद्धी की पाल, चौबीसखंबा से महाकाल घाटी मराठा धर्मशाला की ओर जाने वाला मार्ग, कोट मोहल्ला से महाकाल मंदिर की ओर जाने वाला मुख्य मार्ग और हरिफाटक ब्रिज से बेगमबाग होते हुए महाकाल मंदिर की ओर जाने वाले मार्गों पर सुबह से देर रात तक ट्राफिक जाम की समस्या बनी रहती है जिससे राहगिरों के अलावा रहवासियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
ट्राफिक पुलिस द्वारा अलग-अलग जगह पाइंट बनाकर जवानों की ड्यूटी लगाई जाती है लेकिन कार, आटो, ई रिक्शा जैसे वाहनों की संख्या बढ़ते ही लंबा जाम लग जाता है जिसके आगे पुलिसकर्मी भी बेबस नजर आते हैं। यातायात थाना प्रभारी दिलीप परिहार ने बताया कि एएसपी ट्राफिक द्वारा व्यापारियों के साथ एक मीटिंग की गई जिसमें ट्राफिक को सुगम बनाने के लिये सुझाव लिये गये और सहमति बनी कि पुलिस और व्यापारियों की एक समिति बनाई जायेगी साथ ही नगर निगम का सहयोग भी लिया जायेगा।
गलियों की होटलों तक पहुंचते हैं वाहन
देश भर से अपने निजी वाहनों से उज्जैन पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के वाहन महाकालेश्वर मंदिर के आसपास गलियों में स्थित होटलों तक पहुंचते हैं। रात के समय होटल संचालक कार आदि वाहनों को अपनी होटल के बाहर सड़कों पर पार्क करवाते हैं और सुबह यही वाहन यातायात अवरूद्ध करते हैं।
इनके अलावा होटलों से सवारी लेने के लिये ई रिक्शा और आटो चालक भी गलियों में अपने वाहन लेकर खड़े हो जाते हैं। टीआई परिहार ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर पहुंचने वाले मार्गों के बीच की होटलों तक यात्री वाहनों के आवागमन को रोकने पर भी चर्चा हुई है जिसका समाधान जल्द निकाला जायेगा।
ट्रैफिक के सैनिक चुनाव ड्यूटी में गये
यातायात थाने में निर्धारित स्टाफ की संख्या से आधा स्टाफ ही वर्तमान में पदस्थ है इनमें से करीब 15 सैनिकों को चुनाव ड्यूटी में राजस्थान भेजा गया है। ऐसी स्थिति में शहर की ट्राफिक व्यवस्था प्रभावित हो रही है। टीआई परिहार ने बताया कि चुनाव ड्यूटी में गये सैनिक एक दो दिन में लौट आयेंगे।