::मामा की लाड़ली बहना, लाड़ली लक्ष्मी माता पिता संग सड़क पर।::
::स्थानीय प्रशासन नहीं ले रहा सुध क्या मुख्यमंत्री को ही आना पड़ेगा::
इन्दौर l शहर इंदौर के रीगल चौराहे पर महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे माफियाओं, बाहुबलियों, अपराधियों और ज़ुल्म करने वालों मे सरकार और प्रशासन का कितना डर है उसका एक अमानवीय उदाहरण उस समय दिखाई दिया जब एक पीड़ित परिवार बारिश होने के बावजूद सुबह से शाम तक हाथ में तख्तियां लेकर वहां खड़े हो ज़ुल्म के खिलाफ न्याय की गुहार लगा रहा लेकिन शहर प्रशासन और सरकार के किसी जवाबदार ने उनकी सुध नहीं ली। दो तो बस शायद लाड़ली बहनों को हजार रुपए देने वाले मुख्यमंत्री की तैयारी सेवा में लगा है।
बताया जा रहा है कि इन्दौर के रीगल तिराहे पर प्रदर्शन करते परिवार का रजिस्ट्री वाला मकान बाहुबलियों ने नगर निगम से सांठ गांठ करके जमींदोज कर दिया है
इसी वजह से पूरा परिवार रीगल तिराहे पर अहिंसा की लड़ाई लड़ने के लिए सुबह से भूखे प्यासे कड़कड़ाती धूप एवम बारिश के बीच इस तरहां हाथों में तख्तियां ले मौन खड़े हैं, उनमें चार मासूम बच्चे… बेटा बहू ..दो बुजुर्ग सहित पूरा परिवार शामिल हैं।
सुबह से श्याम तक हाथ में तख्तियां लेकर खड़े ज़ुल्म के शिकार इन बेसहारों के अनुसार शहर के किसी भी जवाबदार जनप्रतिनिधि, किसी भी पार्टी का कोई भी, या शासन प्रशासन कांग्रेस छोटे से बड़ा नुमाइंदा इनको देखने या पूछने नहीं कि क्यों ये इस तरह प्रदर्शन को मजबूर हुए। कल लाड़ली बहनों के खाते में एक एक हजार देने मुख्यमंत्री इन्दौर आ रहे हैं शासन प्रशासन अभी वहां व्यस्त है परन्तु ऐसा न हो जाए कि मुख्यमंत्री खुद आन दुखियारो की सुध लेने आ जाए जैसे अभी सीधे सीधी चले गये थे। जागो इन्दौर प्रशासन जागो।