नई दिल्ली (उषा माहना /माधव एक्सप्रेस)
राजस्थान में पुलवामा शहीदों की वीरांगनाओं के अपमान पर दिल्ली में एक हुए संपूर्ण भारत के पैरा मिलिट्री रिटायर्स और संगठन
के बैनर तले प्रेस क्लब ऑफ इंडिया नई दिल्ली में प्रेस वार्ता हुई जिसमे 18 से ज्यादा न्यूज़ चैनल आए सभी ने न्यूज़ को टीवी पर भी संचालित किया।
प्रेस वार्ता का संबोधन पूर्व एडीजी श्री शमशेर सिंह संधू जी के द्वारा किया गया, राजस्थान सरकार और पुलिस की बर्बरता पर राजस्थान सरकार को 1 हफ्ते का समय राजस्थान सरकार के द्वारा किए गए सभी वादों को पूरा किया जाए अन्यथा संपूर्ण राज्य में सरकार के खिलाफ किया जाएगा आंदोलन।
संगठन के सेक्रेटरी जनरल श्री सत्यवीर सिंह जी के द्वारा प्रेस वार्ता में कहा गया कि पैरामिलिट्री फोर्स की मुख्य मांगे और शहीद का दर्जा अर्ध सैनिक कल्याण बोर्ड का गठन है यह सब सुविधाएं नहीं होने के कारण ही राजस्थान जैसी घटनाएं हमारे पैरामिलिट्री परिवारों के साथ होती है। कटरी जनरल महोदय के द्वारा गणेश शब्दों में कहा गया कि सरकार पैरामिलिट्री फोर्सेस को अगर अनदेखा करेगी तो हम इतनी ताकत रखते हैं कि आने वाले समय में रामलीला मैदान में 200000 पैरामिलिट्री फोर्स के रिटायरो को लेकर एक महाजन आंदोलन करेंगे जो सरकार और राजनीतिक दलों के लिए गले की हड्डी बन सकता है और हम बहुत जल्द राजस्थान के 33 जिलों में इस आंदोलन भी करेंगे।
उपाध्यक्ष श्री मनोज तेवतिया जी के द्वारा कहा गया कि मैंने वीरांगनाओं का दर्द जमीन पर जाकर देखा है जिस तरह से उनके साथ बर्बरता हुई है वह क्षमा प्रार्थी योग्य नहीं है राजस्थान की सरकार को खुली चेतावनी है कि 1 हफ्ते में मामले पर अपना स्पष्टीकरण। तय करें अन्यथा राजस्थान में विरोध का सामना करने के लिए गहलोत सरकार तैयार रहें।
श्री दिलीप सरदूल उपाध्यक्ष ने कहा कि सीमाओं की रक्षा करने वाले पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों के साथ शहीद परिवारों के साथ इस तरह का हादसा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इसका सरकार को कड़े शब्दों में जवाब दिया जाएगा मैं इसकी निंदा करता हूं।
चीफ कोऑर्डिनेटर किरणपाल सिंह ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान पुलवामा शहीदों की वीरांगनाओं के अपमान पर संपूर्ण देश की जनता और देश के पैरा मिलिट्री व सैनिकों में आक्रोश की चिंगारी राजस्थान की सरकार के विरुद्ध जल चुकी है अगर राजस्थान की सरकार ने इस पर माफी नहीं मांगी और मुख्यमंत्री स्वयं वीरांगनाओं को अपने आवास पर बुलाकर इसमें समझौते की बात नहीं करेंगे तो राजस्थान की सरकार को इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ेगा हम इसके लिए पूरी रणनीति के साथ तैयार है और अपने पद अधिकारियों के दिशा निर्देश पर आगे जो भी करना होगा वह करेंगे।
आंध्र प्रदेश से आए सेक्रेटरी श्री मोहनराव जी के द्वारा कहा गया कि राजस्थान सरकार ने जिस तरह से हिल वीरांगनाओं के साथ बर्बरता की है मैं उसकी निंदा करता हु और वादा करता हूं कि दक्षिण भारत मे भी इस लड़ाई के प्रति बहुत आक्रोश है सरकार हमारी बातों पर अनदेखा करती है जिसके कारण राज्यों में हमारे साथ इस तरह की घटनाएं होती है इस पर ऐसी नीति बनाई जाए कि आगे किसी भी राज्य में किसी भी शहीद परिवार या सैनिक के साथ ऐसी घटना ना हो।
संगठन के कानूनी सलाहकार श्री अब्दुल सलाम जी के द्वारा कहा गया कि यह घटना राजस्थान मैं घटी है लेकिन इस घटना ने संपूर्ण देश की आत्मा को और शहीदों के सम्मान को झकझोर कर रख दिया है।सर्वप्रथम राजस्थान की सरकार इस पर माफी मांगे और जो दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल बर्खास्त किया जाए साथ ही कानूनी सलाहकार सलाम साहब ने कहा कि पैरामिलिट्री फोर्स CAPF को सिविलियन नियम और कानूनों से अलग करके इसके लिए पैरा मिलिट्री फोर्स के एक्ट और रूल बनाए जाए और हमारे साथ अनदेखी सरकार के द्वारा ना किया जाए अन्यथा हम अब आगे जन आंदोलन करेंगे और चुप नहीं बैठेंगे और यह आंदोलन संपूर्ण भारत में आने वाले समय में किया जा सकता है
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में एनसीआर और दिल्ली से पैरामिलिट्री फोर्स के 200 से ज्यादा लोग एकत्रित हुए जिन लोगों को सूचना मिली वही अपनी भावनाओं के साथ प्रेस क्लब ऑफ इंडिया मे साथ थे।
कोर कमेटी से आए श्री सत्यवीर सिंह चौधरी। दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष प्रमोद कुमार शर्मा श्री कोऑर्डिनेटर रामेंद्र सिंह सेठी कोषाध्यक्ष प्रेम कुमार ओर सुख चन्द कादियान मौजूद रहे।