ख़ास बातें
दिव्य घोष के बीच महावीर स्वामी के जयकारों से गूंजा टीएमयू
जीवीसी श्री मनीष जैन और श्रीमती ऋचा जैन ने किया ध्वजारोपण
रजत और स्वर्ण कलशों से भगवान श्रीजी का हुआ अभिषेक
स्वर्ण कलश का पहला सौभाग्य सौधर्म इन्द्र को मिला
स्वर्ण और रजत कलशों से शांतिधारा का सौभाग्य श्रावकों को
कुलाधिपति श्री सुरेश जैन की सपरिवार रही उल्लेखनीय उपस्थिति
सैकड़ों श्रावक-श्राविकाएं श्रीजी की भक्ति में सराबोर नजर। आए
मुरादाबाद(माधव एक्सप्रेस)
24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का 2622वां जन्मकल्याणक महोत्सव तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में बड़ी धूमधाम से मनाया गया। जिनालय के सामने धार्मिक अनुष्ठान के बीच प्रातः 08ः55 बजे जीवीसी श्री मनीष जैन और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती ऋचा जैन ने ध्वजारोपण किया। यह पूजा अर्चना शिखर सम्मेदजी से आए प्रतिष्ठाचार्य ऋषभ शास्त्री की देखरेख में हुई। इस मौके पर कुलाधिपति श्री सुरेश जैन और फर्स्ट लेडी श्रीमती वीना जैन की गरिमामयी मौजूदगी रही। थोड़ी देर बाद यूनिवर्सिटी जिनालय से भव्य शोभायात्रा निकली, जो दिव्य घोष की धार्मिक संगीतमय धुनों के बीच श्रीजी को लेकर रिद्धि-सिद्धि भवन पहुंची। श्रीजी के रिद्धि-सिद्धि भवन में विराजमान होने के बाद रजत और स्वर्ण कलशों के जरिए श्रीजी का अभिषेक हुआ, जबकि शांतिधारा स्वर्ण और रजत झारी से की गई। शोभायात्रा में टीएमयू के कुलाधिपति श्री सुरेश जैन, फर्स्ट लेडी श्रीमती वीना जैन, ग्रुप वाइस चेयरमैन श्री मनीष जैन, श्रीमती ऋचा जैन के संग सैकड़ों श्रावक-श्राविकाएं श्रीजी की भक्ति में सराबोर नजर आए। टीएमयू कैम्पस में त्रिशला नंदन वीर की भव्य शोभायात्रा निकाली गयी। भगवान महावीर की प्रतिमा को बीबीए के प्राशू जैन ने अपने मस्तिष्क पर सुशोभित कर जिनालय से पालकी तक लाए और उन्हें पालकी में विराजमान किया। दिव्य घोष के साथ भगवान महावीर की पालकी जिनालय से चलकर मेडिकल हॉस्टल, मेडिकल कॉलेज, इंडोर स्टेडियम, फॉर्मेसी ब्लॉक, इंजीनियरिंग ब्लॉक, आर्मी मिल्ट्री टैंक, क्रिकेट पवेलियन, नवीन एडमिन ब्लॉक होते हुए रिद्धि-सिद्धि भवन पहुंची। दो घंटे की इस शोभायात्रा के दौरान श्रावक और श्राविकाएं भक्ति में लीन नजर आए। डांडिया नृत्य ने सभी का मन मोह लिया। टीएमयू इंडोर स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के सामने राजस्थानी लोकनृत्य ने भी शोभायात्रा में आस्थामय रंग भर दिया। पालकी शोभायात्रा में सबसे आगे संगीत मंडली के भक्ति गीतों पर झूमते हुए श्रावक-श्राविकाएं, कतारबद्ध कलश लिए श्राविकाएं चल रही थीं। दिव्य घोष की गूँज पर टीएमयू कुलाधिपति सुरेश जैन, फर्स्ट लेडी श्रीमती वीना जैन, ग्रुप वाइस चेयरमैन श्री मनीष जैन, श्रीमती ऋचा जैन के अलावा समस्त टीएमयू जिनालय परिवार शोभायात्रा में नंगे पांव भक्ति में झूमते नजर आए।
श्रीजी की प्रतिमा को भक्तिमय माहौल में रिद्धि-सिद्धि भवन में विराजमान किया। सभी श्रावक-श्राविकाओं ने निर्मल जल और अक्षत से अपनी और अपने स्थान की शुद्धि की। इसके पश्चात स्वर्ण कलश शान्तिधारा और दीपक स्थापना के लिए वहां मौजूद भक्तों ने सौभाग्य प्राप्त किया। स्वर्ण कलश का पहला अवसर सौधर्म इन्द्र को मिला। दूसरा बीटेक के अनर्घ जैन, तीसरा डॉ. काव्या जैन जबकि चौथा अवसर बीबीए के अक्षत जैन को प्राप्त हुआ। इसके अलावा शांतिधारा का स्वर्णिम अवसर स्वर्ण कलश से श्री अक्षय जैन, श्री दक्ष जैन, श्री आदिश जैन, श्री अनंत जैन, श्री अनमोल जैन, और श्री मोहांश जैन को मिला। ये श्रावक बीबीए, बीटेक, बीएससी एग्रीकल्चर के हैं। इसी के साथ रजत कलश से अभिषेक करने का सौभाग्य अनमोल जैन, संवेग जैन, संस्कार जैन, आशी जैन, चेतन जैन, तन्मय जैन को प्राप्त हुआ। ये स्टुडेंट्स बीटेक, बीबीए, बीकॉम के हैं। शांतिधारा के पश्चात देवशास्त्र गुरू पूजन के संग-संग भगवान महावीर का अष्ट द्रव्यों से पूजन किया गया। इसमें उनके गुणों के गुणगान के संग-संग भगवान महावीर के जीवन की कुछ उल्लेखनीय घटनाओं और उनके चरित्र का वर्णन किया गया। दिव्य घोष की मधुर ध्वनि के साथ भगवान महावीर जन्मकल्याणक का अर्घ्य चढ़ाया गया। इस दृश्य की शोभा देखते ही बनती थी। इस अवसर पर इन्द्रों ने धारा बहाई…,न्वहन कराओ माता त्रिशला के लाल को…., बड़े अच्छे लगते हैं ये पिच्छी, कमंडल, दर्शन और तुम…,. विद्या सागर तेरे दीवाने आए हैं….,. जब से गुरू दर्श मिला….., वर्तमान को वर्धमान की आवश्यकता है…., जैसे भजनों में पूरा रिद्धि सिद्धि भवन झूम उठा। वहां मौजूद सभी श्रावक-श्राविकाओं ने जमकर भक्ति की। शोभायात्रा में सौधर्म इन्द्र बनने का सौभाग्य बीबीए के प्राशू जैन को प्राप्त हुआ। पालकी में जतिन जैन, संस्कार जैन, आराध्या जैन, सौम्या जैन, अनिकेत जैन, संयम जैन आदि शामिल रहे। ये स्टुडेंट्स बीटेक, बीबीए आदि के हैं। भगवान महावीर जन्मकल्याणक महोत्सव में मेडिकल कॉलेज वाइस प्रिसिंपल प्रो. एसके जैन, डॉ. हर्षित जैन, निदेशक टिमिट प्रो. विपिन जैन, निदेशक अस्पताल पीएनडी श्री विपिन जैन, डॉ. अर्पित जैन, श्री पवन जैन, डॉ. अर्चना जैन, डॉ. विनोद जैन, श्री संजय जैन, डॉ. आरके जैन, श्री आशीष सिंघई, श्री आदित्य जैन आदि भी शामिल रहे। अंत में प्रसाद वितरण किया गया।