बारां (कमल सिंह लोधा/
माधव एक्सप्रेस)
रविवार को संत रामपाल जी महाराज के अनुयाईयो ने प्रातः 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक विशाल सत्संग समागम का आयोजन एलइडी टीवी के द्वारा किया गया | ये सत्संग भूरिया की बाड़ी ग्राम कटावर तहसील अटरू जिला बारा में आयोजित किया गया | सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओ संत जी के प्रवचन सुनने पहुचे |
संत रामपाल जी ने बताया गया कि मानव जन्म केवल पूर्ण परमात्मा की भक्ति के लिए ही प्राप्त होता है। मनुष्य जीवन प्राप्त होने के पश्चात तत्वदर्शी संत की खोज करनी चाहिए व उनसे सतभक्ति ग्रहण करनी चाहिए और सत्य मंत्रों का जाप करके जीव को काल के जाल से मुक्त होने की होने की भरपूर कोशिश करनी चाहिए। वैसे तो पवित्र चारों वेद,18 पुराण, पवित्र श्रीमद्भगवद्गीता, पवित्र कुरान शरीफ, पवित्र बाइबल, व पवित्र गुरुग्रंथ साहिब में पूर्ण परमात्मा / परम अक्षर ब्रह्म की जानकारी दी गई है परंतु तत्वज्ञान के अभाव से साधक कभी उन गुण रहस्यों को समझ नहीं सके। सूक्ष्मवेद के ज्ञान से सत्संग के माध्यम से बताया गया कि उस पूर्ण परमात्मा कबीर की जानकारी तत्वदर्शी संत बताते हैं। पवित्र श्रीमद भगवद गीता अध्याय 16श्लोक 23 में इसका प्रमाण मिलता है। संत रामपाल जी महाराज ही वह तत्वदर्शी संत हैं जो धरती पर आज सतभक्ति बता रहे हैं व पूर्ण परमात्मा की जानकारी दे रहे हैं जिनकी भक्ति करके प्राणी का कल्याण संभव है।
संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों ने बताया है कि वर्तमान समय में संत रामपाल जी महाराज ही वह पूर्ण संत हैं जो सर्व धर्मों के पवित्र सद्ग्रन्थों से प्रमाणित भक्ति विधि बता रहे हैं। उनकी बताई भक्ति करने से लाईलाज बीमारियां भी दूर हो रही हैं तथा उनका प्रत्येक अनुयायी नशा, दहेज के लेनदेन, रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचार आदि बुराइयों से पूर्णतः दूर रहता है। जिससे एक स्वच्छ समाज तैयार हो रहा है।