अखिल भारतीय कवि सम्मेलन संपन्न।
थांदला से (विवेक व्यास,माधव एक्सप्रेस) भारतीय नववर्ष समिति थांदला द्वारा आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में देश के लोकप्रिय कवियों द्वारा एक से बढ़कर एक कविताएं सुनाई गई।कवि सम्मेलन 9.30 पर सरस्वती वंदना से प्रारंभ हुआ जो देर रात्रि 3 बजे तक चला।कवि सम्मेलन का संचालन कर रहे भोपाल से पधारे हास्य व्यंग सम्राट दीपक शुक्ला दनादन ने सर्व प्रथम पोलाया कलां से आए कवि डॉ.ऋतुराज गुर्जर को आमंत्रित किया गुर्जर ने हास्य व्यंग के साथ चंद्र शेखर आजाद पर कविता सुनाई
उनकी बदोलत ही आज हिन्दुस्तां आबाद है,
हमारे दिलों में जिंदा ये राष्ट्रवाद है,
शत शत नमन जोशीली जबर जवानी को,
बहादुरी का दुसरा नाम ही चंद्रशेखर आजाद है।
सूरत गुजरात से पधारी कवयित्री सोनल जैन ने श्रृंगार के मुक्तक सुनाए।छिंदवाड़ा से आए कवि भुवन सिंह धांसू ने श्रोताओं को खूब गुदगुदाया।
इंदौर से पधारे कवि सम्मेलन के सूत्रधार राष्ट्रवादी कवि राकेश दांगी ने हिंदुत्व व राष्ट्रवाद पर काव्यपाठ किया
मेरी कविता गीत छंद मे वंदन हो जाए।
शब्द-शब्द मे देश का अभिनंदन हो जाए।
लिखें एकता का एक इतिहास मिलकर के।
हिन्द भू-का हर बच्चा रघुनंदन हो जाए।।
दिल्ली से आई कवयित्री मोनिका देहलवी ने श्री राम कृष्ण व श्रृंगार पर मुक्तक एवं गीत प्रस्तुत किए
जो ब्रज की रज में लिपटोगे भक्ति की गागर भरने लगेगी,
पुण्य कोई भी करो ना करो तुम ख़ुद ही उमरिया तरने लगेगी,
ग्रंथ सभी बिसराओगे उद्घव जाप करोगे राधे राधे,
प्रेम की जो मदरा चख लोगे ज्ञान की भाग उतरने लगेगी।
जयपुर राजस्थान से आए राष्ट्रवादी कवि उमेश उत्साही ने भगवान राम एवं हनुमान पर छंद सुनाए।
कवि सम्मेलन का संचालन कर रहे कवि दीपक शुक्ला दनादन ने अपनी हास्य व्यंग एवं गीतों के माध्यम से खूब हसाया।
जब थे हम कुंवारे तब भी आदमी थे फालतू,
आजकल भी हो गए हैं शादी शुदा पालतू,
जबसे कवि हुए, हमें देख सभी कहने लगे,
आलतू जलाल तू, आई बला को टाल तू।
अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का शिखर कलश देवास से पधारे राष्ट्रवादी कवि देवकृष्ण व्यास ने रखा।श्री व्यास ने कवि सम्मेलन का समापन भारत माता की आरती से किया।जो स्वयं के द्वारा लिखी गई हैं।
ब्रह्मा ने सृष्टि रचना की
घड़ी सनातन आई है
विक्रम संवत की आप सभी को
बारम्बार बधाई है ।
आजादी की दुल्हन अपनी हुई पचहत्तर साल की
गीत लिखता नही तालियों के लिए
व्यनजनो से भरी थालियो के लिए
खूब को सींचकर देश को रोपते
मै लिखता हूं उन मालियों के लिए
इस अवसर पर नगर परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सुनील पंदा ,मंडल अध्यक्ष समर्थ उपाध्याय,आशीष सोनी,सचिन सोलंकी जितेंद्र राठौड़ बड़ी संख्या में श्रोता गण उपस्थित थे।भारतीय नव वर्ष उत्सव समिति के कमलेश दायजी (मामा), वत्सल आचार्य, प्रीतेश प्रजापत,मुकेश पांचाल,नटवर पंवार, प्रीतेश शर्मा, सुनील सोनी आटा चक्की वाले, विकास अरोरा,विनीत शर्मा द्वारा आमंत्रित कवि गणों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गयाl