रूस और श्रीलंका जैसे देशों का नाम शामिल
नई दिल्ली । भारतीय रुपया अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बनने की राह पर तेजी से आगे बढ़ता जा रहा है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि दुनिया के कई बड़े देश भारत के साथ रुपए में व्यापार करने में रुचि दिखा रहे हैं। रुपए में दूसरे देशों से भारत का व्यापार आसान बनाने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से भी काफी प्रयास किए जा रहे हैं। इस कारण अब तक 18 देशों के 60 स्पेशल रुपया वोस्ट्रो अकाउंट खोले जा चुके हैं। इसमें रूस और श्रीलंका जैसे देशों का नाम शामिल है। भारत के वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड ने संसद को सूचित किया कि केंद्रीय बैंक (आरबीआई) की ओर से घरेलू और विदेशी बैंकों में रुपए में व्यापार करने के लिए 18 देशों के 60 स्पेशल रुपये वोस्ट्रो अकाउंट खोलने की मंजूरी दी जा चुकी है। मंत्री की ओर से आगे कहा गया कि जिन 18 देशों ने भारत में स्पेशल रुपया वोस्ट्रो अकाउंट खुलवाएं हैं। उनमें से रूस स्थानीय मुद्रा में व्यापार करने को लेकर काफी मुखर रहा है। साथ ही कहा कि भारत हमेशा से ही रुपए में निर्यात का समर्थन करता आया है।
भारत में एसआरवीए खुलवाने वालों में रूस, सिंगापुर, श्रीलंका, बोत्सवाना, फिजी, जर्मनी, गुयाना, इजराइल, केन्या, मलेशिया, मॉरीशस, म्यांमार, न्यूजीलैंड, ओमान, सेशेल्स, तंजानिया, युगांडा और यूनाइटेड किंगडम का नाम शामिल हैं। रुपए में विदेशी व्यापार होने से भारत की डॉलर जैसी विदेशी मुद्राओं पर निर्भरता कम होगी। इसके साथ अचानक आए वैश्विक उथल पुथल का असर भी देश की अर्थव्यवस्था पर कम होगा। इसके साथ ही भारतीय बैंकों को बड़े अंतरराष्ट्रीय बाजारों में व्यापार करने का मौका मिलेगा। आरबीआई की ओर से स्पेशल रुपया वोस्ट्रो अकाउंट खोलने के लिए पिछले साल जुलाई में दिशानिर्देश जारी किए गए थे। किसी भी देश को भारत के साथ रुपए में व्यापार करने के लिए स्पेशल रुपया वोस्ट्रो अकाउंट खोलना आवश्यक है। इसके माध्यम से घरेलू बैंक, दूसरे देश की स्थानीय मुद्रा में व्यापार करने की सुविधा प्रदान करते हैं।