ग्राम पंचायतों से वीडियो कांफ्रेंसिंग में कलेक्टर ने कहा
शाजापुर – कोरोना वायरसकोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम के लिए किये जारहे कार्यों एवं ग्राम पंचायतों की गतिविधियों कीजानकारी लेने के लिए कलेक्टर श्री दिनेश जैन ने आजशाजापुर जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत गोपीपुर,गोयला, हनौती, हरणगांव, हीरपुरबज्जा, हीरपुरटेका,जरखी सकरई, झोंकर, कांजा, काकड़ी, कपालिया,खामखेड़ा, खेड़ा, खेरखेड़ी एवं कुल्मनखेड़ी के सरपंचों,ग्राम पंचायत सचिवों एवं ग्रामीणजनों से वीडियोकांफ्रेंसिंग की। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्री जैन द्वाराप्रतिदिन ग्राम पंचायतों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यमसे चर्चा की जा रही है।
कलेक्टर श्री जैन ने वीडियो कांफ्रेंसिंग मेंशामिल हुई ग्राम पंचायतों के सरपंचों एवं सचिवों से कहाकि अप्रैल एवं मई माह में जिले में कोरोना वायरससंक्रमण के प्रकरण ज्यादा आए थे। वर्तमान में कमप्रकरणों को देखते हुए कोरोना प्रोटोकॉल के पालन केसाथ अनलॉक किया गया है। कोरोना संक्रमण कम हुआहै, समाप्त नहीं। अत: सभी लोग कोरोना संक्रमण सेबचने के लिए सावधानी बरतें। कलेक्टर ने कहा किवैज्ञानिकों को मानना है कि यदि सावधानी नहीं रखी गईतो कोरोना वायरस के संक्रमण की तीसरी वेव आयेगी।कलेक्टर ने सरपंचों से कहा कि वे ग्रामीणों को समझाएंकि अनावश्यक रूप से बाहर भीड़ भरे क्षेत्र में नहीं जायेंऔर न ही भीड़ करें। यदि जाना जरूरी हो तो मास्कलगाएं एवं आवश्यक सावधानियां बरतें। उन्होंने कहा कि45 वर्ष से अधिक उम्र के ग्रामीणों को टीकाकरण केलिए प्रेरित करें। टीका लोगों की जान बचाने के लिए है।टीका सुरक्षित है, इससे किसी की जान नहीं जाती है,बल्कि यह जान बचाता है। टीके के प्रति भ्रम फैलानेवालों से सावधान रहें। जिन लोगों को टीका लग चुका है,वे कोरोना वायरस से सुरक्षित हैं। जिन लोगों काटीकाकरण नहीं हुआ है उन पर खतरा है। उन्होंने सरपंचोंसे कहा कि यदि ग्राम में एक भी कोरोना का मरीजमिलता है तो उसे तत्काल आईसोलेट कर लोगों सेमिलना-जुलना बंद कराएं। ग्रामीणजन अनावश्यक रूपसे किसी भी व्यक्ति से नहीं मिलें। ग्राम में सर्दी-खांसी,बुखार के मरीजों को दवाईयों की मेडिकल किट उपलब्धकराएं। कलेक्टर ने कहा कि ग्राम स्तरीय संकट प्रबंधनसमूह की बैठकें बुलाकर संक्रमण की रोकथाम के लिएकार्य करें। कलेक्टर ने आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्य कीभी समीक्षा की।
कलेक्टर ने ग्राम पंचायतों से चर्चा करते हुएबताया कि हरित क्षेत्र में वृद्धि कर पर्यावरण को स्वच्छ रखने व प्रकृति को प्राणवायु से समृद्ध करने के उद्धेश्य से जनसहभागिता के माध्यम पौधरोपण को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में “अंकुर कार्यक्रम” शुरू किया गया है। पौधरोपण करने वाले प्रतिभागियों को गूगल प्ले स्टोर से “वायुदूत एप” डाउनलोड कर पंजीयन करना होगा।सभी ग्रामीण अधिक से अधिक पौधरोपण कर “वायुदूतएप” पर पौधे की फोटो अपलोड करें।