श्रावण माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि और फाल्गुन मास की कृष्ण चतुर्दशी पर पड़ने वाली शिवरात्रि को महाशिवरात्रि कहा जाता है. महाशिवरात्रि पर महाकाल मंदिर और शहर में अनूठा ही माहौल होगा. बताया जा रहा है कि हजारो शिवभक्त 21 लाख दीपकों से शहर को जगमगाएंगे. महाशिवरात्रि पर घरों और प्रतिष्ठानों में दीपक जलाए जाएंगे.
210000 दीपों से जगमगाएगा शिप्रा तट उज्जैन में शिव दीपावली
अयोध्या का रिकॉर्ड तोड़ने की तैयारी 2100000 दीप जलाए जाएंगे शिप्रा तट पर शिव ज्योति अर्पणम महोत्सव आयोजन की वृहद स्तर पर तैयारियां
उज्जैन में 18 फरवरी महाशिवरात्रि पर्व पर उज्जैन शहर मे शिव दीपावली के अंतर्गत शिव ज्योति अर्पणम महोत्सव का आयोजन वृहद स्तर पर किया जा रहा है. शिप्रा नदी के घाटों पर 21 लाख दीप प्रज्जवलित करते हुए विश्व कीर्तिमान बनाया जाएगा.महोत्सव की प्रारंभिक तैयारियों के अंतर्गत घाटों की फायर फाइटर के माध्यम से धुलवाई का कार्य भी करवाया गया. साथ ही नगर निगम द्वारा घाटों पर मार्किंग करने का कार्य प्रारंभ किया गया, जिसमें दिपक लगाए जाएंगे. महोत्सव के अंतर्गत जहां-जहां दीप लगेंगे उसे अलग-अलग सेक्टरों में विभाजित करते हुए व्यवस्था की जाएगी. साथ ही प्रत्येक सेक्टर में मार्किंग का कार्य पूर्ण होने के पश्चात दीपक लगाने का कार्य भी प्रारंभ किया जाएगा.
व्यवस्था देखने कलेक्टर पहुंचे रामघाट
शिव ज्योति अर्पण कार्यक्रम की तैयारी के सिलसिले मे कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने प्रशासनिक अमले के साथ शिप्रा तट के रामघाट एवं दत्तअखाड़ा क्षेत्र का निरीक्षण किया. इस दौरान स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं शिव ज्योति अर्पण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी आशीष पाठक ने कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम को गत वर्ष की गई व्यवस्थाओं एवं वर्तमान तैयारियों के बारे में जानकारी दी. स्मार्ट सिटी सीईओ श्री पाठक ने दीपों के लिए घाटों पर बनाए जाने वाले ब्लॉक्स एवं रामघाट पर बनने वाले मुख्य मंच तथा अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में बताया.
कलेक्टर ने दिए यह निर्देश
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने निर्देश दिए हैं कि शिप्रा के दोनो ओर के घाटों पर रोशनी करने के लिए अभी से नगर निगम द्वारा व्यवस्था की जाए. साथ ही उन्होंने घाटों की रंगाई पुताई के लिए भी कहा हैं. शिव ज्योति अर्पण कार्यक्रम के लिए लगने वाले वालंटियर एवं शासकीय अमले के ड्यूटी आर्डर भी 13 फरवरी तक जारी करने के लिए कहा गया है.
बीते साल जलाए गए थे 11 लाख 71078 दीपक
शिप्रा नदी के किनारे पिछले वर्ष महाशिवरात्रि (1 मार्च 2022) पर सूरज ढलते ही एक साथ 11 लाख 71 हजार 78 दीये प्रज्वलित कर कीर्तिमान बनाया था. गिनिज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम ने इसे दीपों का सबसे बड़ा प्रदर्शन (लार्जेस्ट डिस्प्ले आफ आयल लैम्प) करार दिया था. विश्व रिकार्ड बनने का प्रमाण पत्र मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को प्रदान किया. इसके बाद आतिशबाजी कर शिप्रा आरती की गई थी.
अभी अयोध्या के नाम है विश्व रिकार्ड
वर्तमान में दीपों के सबसे बड़े प्रदर्शन का रिकार्ड अयोध्या के नाम है. 23 अक्टूबर 2022 को वहां 15 लाख 76 हजार दीप एक साथ जलाने का रिकार्ड अंकित हुआ था. इससे उज्जैन में बना रिकार्ड टूट गया था. अब अयोध्या का रिकार्ड उज्जैन में तोड़े जाने की तैयारी है.
21 लाख दीपको से शहर को जगमगाएंगे
उज्जैन में 18 फरवरी महाशिवरात्रि पर्व पर उज्जैन शहर मे शिव दीपावली के अंतर्गत शिव ज्योति अर्पणम महोत्सव का आयोजन वृहद स्तर पर किया जा रहा है. शिप्रा नदी के घाटों पर 21 लाख दीप प्रज्जवलित करते हुए विश्व कीर्तिमान बनाया जाएगा.महोत्सव की प्रारंभिक तैयारियों के अंतर्गत घाटों की फायर फाइटर के माध्यम से धुलवाई […