नई दिल्ली । केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने कहा कि इस साल अगस्त के मध्य से दुनिया भर में मंकीपॉक्स के मामलों में कमी दिखाई दी है। उन्होंने राज्यसभा में कहा कि अभी तक जो मामले मिले हैं वे गंभीर नहीं हैं और उन पर उपचार का प्रभाव हो रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार कुछ देशों में जांच औषधियों का उपयोग केवल क्लीनिकल अनुसंधान तंत्र में ही किया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री पवार ने कहा कि रोग के निदान के लिए नैदानिक क्षमता निर्माण के मकसद से देश भर में मंकीपॉक्स के परीक्षण के लिए 20 आईसीएमआर नेटवर्क प्रयोगशालाओं को परिचालनरत कर दिया गया है। उन्होंने कहा विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 23 जुलाई 2022 को मंकीपॉक्स रोग के प्रसार को अंतरराष्ट्रीय चिंता वाली सार्वजनिक आपात स्थिति घोषित किया था (किंतु) अगस्त 2022 से मंकीपॉक्स के वैश्विक प्रसार में गिरावट का दौर देखा जा रहा है।’