कंवेंशन सेंटर अपने आप में होगा अनूठा व अद्भुत
नई दिल्ली। करीब 2700 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से तैयार हो रही री-डिवेलपमेंट निर्माण कार्य की परियोजना में लोगों के आने-जाने और उनके मनोरंजन से लेकर बैठने खाने-पीने ठहरने तक के लिए व्यवस्था और निर्माण को अलग रंग देने पर पूरा ध्यान रखा जा रहा है। राजधानी के प्रगति मैदान में री-डिवेलपमेंट निर्माण कार्य को जी-20 सम्मेलन से पहले आईटीपीओ (भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन) पूरी तरह से परफेक्ट बनाने की कोशिश में जुटा है। यहां तैयार होने वाला कंवेंशन सेंटर अपने आप में अनूठा व अद्भुत होगा। क्योंकि इसमें एक ही समय में सात हजार से अधिक लोगों की बैठक एक साथ हो सकती है। इसके अतिरिक्त वीवीआईपी मेहमानों के लिए हेलीपैड भी यहां प्रस्तावित है।
इतना ही नहीं दुबई व कई अन्य देशों में होने वाले लेजर शो की तर्ज पर लोगों को यहां भी मनोरंजक आरामदायक पल बिताने के लिए विशेष लेजर शो की व्यवस्था रखने की भी योजना है। माना जा रहा है कि करीब 2700 करोड़ से अधिक की लागत से विज्ञान भवन से भी पांच गुना बड़ा बनने वाला एग्जिबिशन और कंवेंशन सेंटर भारत में 2023 में होने वाले जी 20 सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए भी बड़ा प्रोजेक्ट है। आशा जताई जा रही है कि जी 20 सम्मेलन के लिए अन्य देशों से आने वाले मेहमानों के लिए यह स्थान आयोजन यातायात व सुरक्षा के लिए बेहद उपयुक्त होगा। अधिकारियों का कहना है कि निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। फिनिशिंग काम बाकी है जिसे दिसम्बर माह के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। कुछ कार्य को अगले माह जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। साथ ही सम्मेलन में आने वालों के लिए पांच सितारा होटल से लेकर अन्य वीआईपी कार्यक्रम में खाना परोसने वाली सरकारी संस्था को ही खाने-पीने की व्यवस्था की जिम्मेवारी दी जा रही है। सूत्रों के अनुसार प्रगति मैदान के गेट नंबर 1 के पास 8 मंजिला होटल प्रस्तावित है जिसमें पांच सौ लोगों के ठहरने की व्यवस्था होगी। हालांकि इस काम में थोड़ा वक्त लगने की संभावना है। प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन से सीधे कनवेंशन सेंटर तक लोग पहुंच सकते हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार जल बोर्ड बिजली विभाग और ट्रैफिक पुलिस से भी इसमें सहयोग बराबर लिया जा रहा है।
आपसी तालमेल के जरिये काम को तेजी से पूरा किया जा रहा है। साइट पर श्रमिकों की संख्या में पहले ही वृद्धि की गई है। कोरोना के बाद सबसे बड़ी दिक्कत यह हुई कि निर्माण कार्य को एक प्रकार से फिर से शुरु करना पड़ा। अधिकारियों के मुताबिक रीडिवेलपमेंट का काम कार्य लगभग अंतिम चरण में है। मुख्य कंवेंशन सेंटर से लेकर कई अन्य प्रमुख कार्य को तय समय सीमा तक पूरा करने के लिए काम में अपेक्षाकृत तेजी लाई गई है। कंवेंशन सेंटर का इंटीरियर डिजाइन चित्रों और मूर्तियों के साथ भारतीय संस्कृति पर आधारित रखा गया है। इन-हाउस सेवाओं के लिए संरचना के सभी चार स्तरों पर मेगा किचन होंगे। प्रगति मैदान में जी20 से संबंधित पहली बैठक फरवरी के अंत या मार्च 2023 की शुरुआत में ही होने पर विचार किया जा रहा है और इससे पहले परिसर के अच्छी तरह से तैयार होने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि प्रगति मैदान का रीडिवेलपमेंट कार्य 2018 में शुरू हुआ और 2020 में पूरा करना था। लेकिन कोरोना महामारी के कारण श्रमिकों विशेष रूप से कुशल श्रमिकों के वापस चले जाने के बाद श्रमिकों की कमी के कारण परियोजना में विलंब हुआ। जिसके बाद नए सिरे से इसे पूरा करने के लिए डेडलाइन तय की गई। अब इसे दिसम्बर तक पूरा कर लेने के लिए आईटीपीओ अधिकारी व कर्मचारी पूरी तरह से मुस्तैद हैं।