नई दिल्ली। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के बयान पर देश में घमासान मच गया है। क्या पक्ष क्या विपक्ष। भुट्टो के बयान के खिलाफ हर खेमे ने मोर्चा खोल दिया है। पाक विदेशमंत्री बिलावल भुट्टो की तरफ से भारत सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर पर किए गए निजी हमलों के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आज उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन किया है। बिलावल के बयान पर प्रतिक्रिया करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने भी पाकिस्तानी विदेश मंत्री को नसीहत दी है।
अभिषेक मनु सिंघवी ने बिलावल भुट्टो को नसीहत देते हुए कहा कि बेहतर यह होगा कि अपने देश का आत्मनिरीक्षण करें। बिलावल भुट्टो को बेनजीर भुट्टो सहित हजारों पाकिस्तानी नागरिकों की हत्या के कारणों पर गौर करना चाहिए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने बिलावल भुट्टो को पाकिस्तान पर बढ़ते कर्ज आर्थिक संकट और आतंकवाद पर ध्यान देने की भी नसीहत दी।
उन्होंने ट्वीट कर यह भी कहा कि बिलावल भुट्टो ने एक विदेश मंत्री की तरह नहीं बोला। उनको सुनकर ऐसा लगा जैसे कोई दुष्प्रचार करने वाला बोल रहा है। इससे पहले भाजपा के कई नेताओं ने भी बिलावल के बयान पर आपत्ति जताते हुए इसकी आलोचना की थी। केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने बिलावल भुट्टों को मानसिक रूप से दिवालिया बताया था। अनुराग ठाकुर ने इसे शर्मनाक बताया था।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने बिलावल के बयान के खिलाफ दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन किया था। पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के बयान पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बिलावल के बयान को पाकिस्तान का स्तर जाहिर करने वाला बताया था। उन्होंने कहा था कि इससे जाहिर होता है कि भारत के खिलाफ जहर उगलने के लिए वह किस हद तक जा सकता है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने 1971 की याद दिलाते हुए कहा कि वे भूल गए हैं जब पाकिस्तान ने बंगालियों और हिंदुओं का नरसंहार किया था।
बिलावल भुट्टो ने अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अधिवेशन से इतर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत सरकार को महात्मा गांधी की बजाय हिटलर से प्रभावित बताया था. पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर भी अमर्यादित टिप्पणी की थी। बिलावल ने पीएम मोदी को गुजरात का कसाई बताया था।