इंदौर। भारत जोड़ो के नारे के साथ कन्याकुमारी से कश्मीर की यात्रा पर निकले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को नर्मदा आरती के साथ ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर के दर्शन और पूजन किया। उन्होंने बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ मां नर्मदा को चुनरी चढ़ाकर स्थानीय परंपरा का पालन किया और कांग्रेस के साफ्ट हिंदुत्व की ओर बढ़ते रुझान का संकेत भी दिया। शुक्रवार को उन्होंने कोई राजनीतिक बयान नहीं दिया। गले में रुद्राक्ष की माला और माथे पर चंदन का तिलक लगाए राहुल मां रेवा की स्तुति करते नजर आए। राहुल की भारत जोड़ो यात्रा का मध्य प्रदेश में शुक्रवार को तीसरा दिन था।
वे अब तक सात राज्यों में 79 दिनों की यात्रा करते हुए 35 जिलों में घूम चुके हैं। इस दौरान उन्होंने कुल 2100 किमी की दूरी नाप ली है। वे शाम तक करीब 24 किमी पैदल चलने के बाद मोरटक्का पहुंचे और यहां से सीधे ओंकारेश्वर आ गए। उनके साथ बहन प्रियंका भी पति राबर्ट वाड्रा और बेटे रेहान के साथ मौजूद थीं। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ भी साथ थे। यहां वैदिक पद्धति से मां रेवा का पूजन और आरती की। इसके बाद राहुल ने सभी के साथ मां नर्मदा को चुनरी ओढ़ाते हुए पूजन किया। अंत में नर्मदा जल का आचमन किया। यह साफ्ट हिंदुत्व की ओर बढ़ती कांग्रेस का स्पष्ट संकेत था।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के कट्टर हिंदुत्व से मुकाबले को कांग्रेस साफ्ट हिंदुत्व की छवि बनाने में लगी है। इसके पहले भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने जब प्रियंका इंदौर पहुंची थीं तो उन्हें किसी ने माता की चुनरी भेंट की थी, जिसे उन्होंने सिर से लगाकर सम्मान के साथ गोद में रख लिया था। उनके पति राबर्ट भी महाकाल लिखी टीशर्ट पहने हुए थे।
प्रियंका करीब एक घंटे तक राहुल और प्रियंका ने नर्मदा तट पर पूजन किया। चर्चा करते हुए प्रियंका ने कहा- मैं आज बहुत अच्छा महसूस कर रही हूं। मैं पहली बार यहां आई और यह अनुभव बहुत खास रहा। सबसे ज्यादा खुशी इस बात की है कि मेरे पति और भाई के साथ पूरे परिवार ने मां नर्मदा की आरती की। यह अविस्मरणीय पल हैं।