गुजरात के 15 श्रद्धालुओं ने नंदी हाल से भगवान के हाथ जोड़े और चले गए
उज्जैन। 1500 रुपए का शुल्क चुकाने के बाद भी भक्त गर्भगृह में नहीं पहुंच पा रहे हैं। गुजरात से आए १५ श्रद्धालु तो नंदी हाल से ही भगवान के हाथ जोड़कर चले गए। वहीं सोमवार को तो श्रद्धालुओं के बीच धक्कामुक्की होती रही और हाथापाई भी हो गई। समिति कर्मचारी और सुरक्षा गार्ड मौके पर पहुंंचे और मामला शांत करवाया।
श्री महाकाल मंदिर समिति ने जब से 1500 रुपए की रसीद से गर्भगृह में प्रवेश के लिए श्रद्धालुओं की संख्या असीमित की है तब से ही लगातार भीड़ बढ़ रही है। गत रविवार को तो श्रद्धालुओं की संख्या बड़े गणेश मंदिर के सामने तक पहुंच गई थी। यही हाल सोमवार को भी दिनभर बने रहे।
१५०० की रसीद वाले श्रद्धालुओं की संख्या इतनी अधिक थी कि धक्का मुक्की होती रही। इस बीच कुछ श्रद्धालु आपस में भिड़ गए और उनके बीच हाथापाई तक हो गई। बाद में मंदिर समिति के कर्मचारी और सुरक्षा गार्डों ने पहुंचकर व्यवस्था बनाई। श्री महाकाल लोक लोकार्पण के बाद से ही मंदिर में भी श्रद्धालुओं की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। बताया जाता है कि गुजरात से आए 15 श्रद्धालुओं ने 1500 रुपए की रसीद कटाई और कतार में लगे थे। करीब तीन घंटे तक भी गर्भगृह में दर्शन के लिए नहीं पहुंच पाए तो नंदी हाल से ही भगवान के दर्शन किए और रसीद वहीं अर्पण कर चले गए। यह घटना रविवार की है।
आम श्रद्धालुओं को गर्भगृह में प्रवेश नहीं
श्रावण-भादौ मास के बाद आम श्रद्धालुओं को गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति दी जा रही थी। इसके लिए समय निर्धारित किया गया था। महाकाल लोक लोकार्पण से पूर्व यह व्यवस्था बंद कर दी गई जिसे अब तक शुरू नहीं किया गया है। इससे आम श्रद्धालु गर्भगृह में दर्शन के लिए नहीं जा पा रहे हैं। ये श्रद्धालु गर्भगृह के बाहर से ही दर्शन कर रहे हैं। इन्हें मंदिर में प्रवेश महाकाल लोक में बने मानसरोवर द्वार से दिया जा रहा है।