लेखक -सत्येंद्र जैन
जन नेता जब जनता को भगवान मानकर के पुजारी रूप में पूजन करते हैं ,सेवा करते हैं तब वह जन जन के मन में ,हृदय प्रदेश में विराजित हो जाते हैं।यशस्वी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस मंत्र को आत्मसात करके धरातल पर वास्तविक रूप में अवतरित करने का पुनीत कार्य, यशस्वी कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के मंत्री ,भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता कमल पटेल कर रहे हैं।
नेतृत्व क्षमता एवं सांगठनिक कुशलता के धनी कमल
एक साधारण परिवार में जन्मे कमल पटेल अपने पुरुषार्थ ,पराक्रम से “स्वयमेव मृगेन्द्रता” के मंत्र को धारण कर प्रदेश की राजनीति में दैदीप्यमान सूर्य की भांति आलोकित हो रहे हैं। बाल्यकाल से स्वयंसेवक रहे कमल पटेल प्रारंभ में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से संबद्ध रहे।संगठन महत्ता एवं नेतृत्व गुणों को सीखा अपने अंदर विकसित किया।तदुपरांत नर्मदापुरम जिले के अध्यक्ष भारतीय जनता युवा मोर्चा अध्यक्ष रहे ।कालांतर में भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश महासचिव एवं प्रदेश अध्यक्ष रहे।प्रदेश में युवा कार्यकर्ताओं की विस्तृत, विशाल श्रृंखला तैयार की ।उन्होंने ऊर्जा से ओतप्रोत युवा कार्यकर्ताओं का प्रदेश में कैलाश पर्वत निर्मित किया।वह पांच बार के विधायक हैं ।2005 में वह प्रथम बार मंत्री बने।यह कमल पटेल का ही सांगठनिक एवं प्रशासनिक कौशल है कि उन्होंने हरदा को जिला बनवाया।
नर्मदा पुत्र कमल
माँ नर्मदा के आँचल क्षेत्र में जन्मे कमल पटेल नमर्दा पुत्र हैं।अपने विधानसभा क्षेत्र के साथ ही उन्होंने संपूर्ण प्रदेश में कृषि विभाग में विकास कार्यों और जन कल्याणकारी कार्यो की अविरल नर्मदा प्रवाहित की है ।हजारों करोड़ के विकास कार्यों से सड़क, बिजली,पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग आदि क्षेत्रों में आधारभूत संरचना को सशक्त, समृद्ध किया है।केंद्र की मोदी सरकार एवं राज्य की शिवराज सरकार की तीन सौ से अधिक जन कल्याणकारी योजनाओं से पात्र लाभार्थियों को लाभ प्रदान कर उनके दिलों को जीत रहे हैं। भगवान रूपी जनता के ह्रदय में कमल रूप में विराजित हो रहे हैं।जिस प्रकार पुण्य सलिला माँ नर्मदा अपने आंचल में सभी मत संप्रदाय के लोगों को पल्लवित पोषित कर रही हैं ।उसी प्रकार कमल पटेल भी सभी पंथ संप्रदाय के लोगों की सेवा कर रहे हैं ।उनके जीवन में क्रांतिकारी ,रचनात्मक परिवर्तन ला रहे हैं।पर्यावरण मित्र बनकर माँ नर्मदा के सरंक्षण और संवर्द्धन के लिए सदैव प्रतिबद्ध हैं।उनका यह संकल्प समय समय पर उदघाटित होता रहता है।
कृषि एवं कृषक कल्याण के उन्नायक कमल
कमल पटेल आधुनिक युग के बलराम हैं,कृषि क्षेत्र के उन्नायक हैं।मप्र के अन्नदाता एवं कृषि को समुन्नत करने के लिए कमल पटेल प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं।सात बार कृषि कर्मण सम्मान मिलना मुख्यमंत्री शिवराज सिंह एवं कृषि मंत्री कमल पटेल की किसान हितैषी नीतियों का परिणाम है। सिंचाई का रकबा भी बढ़ा है लगभग 8 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 43 लाख हेक्टेयर से अधिक है।खाद्यान्न उत्पादन भी बढ़कर 600 लाख टन से अधिक हो गया है।किसानों को अनेक लाभकारी योजनाओं द्वारा लाभ पँहुचाया जा रहा है।दो वर्षों में लगभग 16 हजार करोड़ रुपए की बिजली सब्सिडी का लाभ किसानों को मिला है।दो वर्षों में लगभग 29 हजार करोड़ रुपए का ब्याज रहित फसल ऋण किसानों को दिया गया है।फसल बीमा की हजारों करोड़ की राशि किसानों को दी गई है ।दो वर्षों में लगभग पौने दो लाख करोड़ रुपए का भुगतान किसानों को किया गया है।रबी की फसल में चना ,मसूर, सरसों का उपार्जन भी गेहूँ से पहले करने का निर्णय भी शिवराज सरकार ने लिया है।अन्न दाता को उर्जादाता भी पीएमकुसुम योजना द्वारा बनाया जा रहा है।वर्षों पुरानी नदी जोड़ो योजना ‘केन-बेतवा लिंक’ को भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह एवं कमल पटेल के अथक प्रयासों से मोदी सरकार ने अनुमति दे दी है ।लगभग 45 हजार करोड़ रुपए की इस योजना से 10 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचित बनाया जाएगा और बुंदेलखंड की अपार जनसंख्या लाभान्वित होगी।कृषि क्षेत्र में कमल पटेल ने अनेक क्रांतिकारी बदलाव किये हैं।कमल पटेल द्वारा किसान आत्मनिर्भर बने इसके लिए उद्यानिकी और खाद्य प्रसंस्करण, पशुपालन एवं डेयरी विकास और सहकारिता आदि क्षेत्रों को भी अत्यधिक प्रोत्साहन दिया जा रहा है ।सभी विभागों से कमल पटेल सतत संवाद करते हैं।अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इसके फलदायी परिणाम प्राप्त हो रहे हैं।कमल पटेल के प्रयासों से ही शिवराज सरकार ने वर्तमान बजट में कृषि संबंधी कार्यों हेतु चालीस हजार करोड़ रुपए से अधिक का प्रावधान किया है।
नवाचारी कमल
कमल पटेल सदैव नवाचारी रहे हैं।नवोन्मेषी हैं।वर्ष 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युगांतकारी योजना प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना की घोषणा की।देश में सबसे पहले हरदा जिले के 402 राजस्व गांव में प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के दस्तावेज,अधिकार पत्र ग्रामीणों को वितरित किए गए।देश में सर्वप्रथम इस प्रकार की पहल वर्ष 2008 में तत्कालीन राजस्व मंत्री कमल पटेल द्वारा की गई।2 अक्टूबर 2008 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के द्वारा हरदा जिले के मसन गांव के लोगों के लिए मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास पुस्तिका का वितरण किया गया था। इस योजना के द्वारा ग्रामीणों को स्वामित्व अधिकार आवास का पुस्तिका के माध्यम से दिया गया था ।कमल पटेल की यह पहल संपूर्ण देश में पीएम स्वामित्व योजना की आधार बनी।
पश्येम शरदः शतं,जीवेम शरदः शतं,
कमल पटेल को जन्मदिन की बधाई,शुभकामनाएँ।