इस बार धूमिल करने वाला कोई अधिकारी नहीं वरन महापौर मुकेश टटवाल एवं महाकाल मंदिर पुजारी प्रतिनिधि रमन त्रिवेदी
(उज्जैन” अभिजीत दुबे माधव एक्सप्रेस) यूं तो आए दिन महाकाल मंदिर में रोज नए प्रयोग किए जाते हैं आए दिन नए नए घटनाक्रम होते रहते हैं भारत से आने वाले लाखों श्रद्धालु अपने मन में एक टीस लेकर अपने साथ में पीडा लेकर वापस जाते हैं सवाल उठाते हैं महाकाल मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठते हैं सुलभ दर्शन क्यों नहीं हो पाते महाकाल मंदिर मैं कब होगी ऐसी व्यवस्था कब जागेगा प्रशासन अभी कुछ 1 दिन पूर्व उज्जैन के महापौर श्री मुकेश टटवाल ने एक पोस्ट फेसबुक पर अपलोड करी जिसमें उन्होंने महाकाल दर्शन करें पूजन अर्चन किया एवं तीन फोटो डालें इस फोटो से इतना बवाल हुआ कि यह बात ऊपर तक पहुंच गई इस फोटो में एक और शख्स है महाकाल मंदिर के पुजारी प्रतिनिधि पंडित रमण त्रिवेदी हुआ यूं कि उज्जैन महापौर मुकेश जी टटवाल महाकाल दर्शन को गए वहां पर फोटो खींचा है फोटो मंदिर में सभी खिंचवाते हैं ( गर्भ ग्रह में प्रतिबंध होने के बावजूद) उन्होंने 3 फोटो खिंचवाऐ एक नंदीहाल दो गर्भ ग्रह में गर्भ ग्रह का जो एक फोटो है वह सभी को शर्मसार एवं लज्जित करने वाला है उस फोटो में महापौर जी बाबा महाकाल जलाधारी के ऊपर कोनी टीका कर किस अंदाज में बैठे हैं मानो अपने घर के सोफे पर बैठे हो यह भी भूल गए के मंदिर में बैठने की एक मर्यादा होती है दर्शन करने का अनुशासन होता है आप शहर के प्रथम नागरिक है चुनाव पूर्व अपने एक बात कही थी कि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के साथ हम एक नई पहल करेंगे हम जय श्री महाकाल कहकर अभिनंदन करेंगे कहां गई आपकी वह बात आप खुद मंदिर की मर्यादा लांग रहे हैं अभी 2 दिन पहले ही पूर्व में मध्य प्रदेश शासन के सहकारिता मंत्री भी दर्शन करने को आए लेकिन उन्होंने भी पूरी मर्यादा के साथ गर्भ ग्रह में दर्शन करें पूर्व में माननीय मुख्यमंत्री जी उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव कहीं मंत्री अधिकारी आते हैं दर्शन करते हैं लेकिन आज तक किसी नेता अधिकारी अफसर ने अपनी मर्यादा का उल्लंघन नहीं किया और यही होती हमारी भारतीय सभ्यता फिर महापौर जी को ऐसा कौन सा नशा है जो उन्होंने मर्यादा का उल्लंघन किया उनकी इस अमर्यादित व्यवहार का एक हिस्सा महाकाल मंदिर पुजारी प्रतिनिधि पंडित रमन त्रिवेदी भी है जो फोटो में उनके कंधे पर हाथ रखकर खिलखिला कर हंस रहे हैं इस गलती में कहीं ना कहीं उनका भी योगदान है मानो महापौर जी तो अज्ञानी उनको नियम कायदे पता नहीं (ऐसा मान लिया जाए) ऐसा लेकिन पंडित त्रिवेदी तो ज्ञाता है सालों से महाकाल मंदिर पुजारी प्रतिनिधि के रूप में कार्य कर रहे हैं उनको समझाना चाहिए था कि आप इस तरीके से ना बैठे यह गलत है लेकिन उन्होंने भी उन को समझाने के बजाय फोटो खिंचवा या और फोटो में आप दोनों मुस्कुरा रहे हैं क्या सोच कर कि महाकालेश्वर भगवान हमारे घर के हैं आज महाकाल मंदिर की प्रतिष्ठा पूरे विश्व में लेकिन आप जैसे लोगों के कारण वह धूमिल हो रही है श्रद्धालुओं की प्रतिष्ठा आहत हो रही है आज सामान्य देखा जाए तो आम लोगों को महाकाल मंदिर में दर्शन कर पाना बहुत मुश्किल होता है ऐसे में आप आराम से लेट कर फोटो खिंचवा रहे हैं यह क्या सही है आपको चाहिए कि आप दर्शन व्यवस्था कैसे सुलभ हो कैसे आसान हो प्रत्येक व्यक्ति बाबा के दर्शन आसानी से करें इस बारे में आपको सोचना चाहिए आप शहर के प्रथम नागरिक हैं आप एक जिम्मेदार पद पर आसीन है यह कार्य आपको शोभा नहीं देता इसके लिए महापौर जी को सार्वजनिक रूप से जनता से बाबा महाकाल से माफी मांगनी चाहिए एवं मंदिर प्रबंध समिति प्रशासक को चाहिए कि पुजारी प्रतिनिधि पंडित रमन त्रिवेदी को कारण बताओ नोटिस दिया जाए कि आपने ऐसा किस कारण किया इस मामले में माननीय जिलाधीश महोदय को हस्तक्षेप कार्रवाई करनी चाहिए