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भोपाल। मध्य प्रदेश की पन्ना हीरा खदान ने एक बार फिर मध्यम वर्गीय परिवार की किस्मत बदल दी है। 20 साल से हीरा खदान में खनन कर रहे सुशील शुक्ला नाम के व्यक्ति की मेहनत रंग लाई है। उसने पांच दिन पहले जिस 26.11 कैरेट हीरे को खुदाई में निकाला था, वह नीलामी में 1.62 करोड़ रुपए में बिका है। शुक्ला के हीरे के अलावा 52 अन्य हीरे भी नीलामी में नीलाम हुए हैं।
24 फरवरी से शुरू हुई हीरों की नीलामी में 154 नग हीरे रखे गए थे जो 225 कैरेट के थे। इनमें कृष्णा कल्याणपुरा की उथली खदान का सुशील शुक्ला का हीरा सबसे बड़ा था। नीलामी में कई राज्यों के हीरा व्यापारी शामिल हुए थे और कृष्णा कल्याणपुरा उथली खदान के हीरे को शुक्रवार को नीलामी में रखा गया। कई लोगों ने इसकी बोली लगाई।
6.22 लाख प्रति कैरेट की बोली लगी
मदर जेम्स एण्ड कम्पनी मुम्बई की ओर से बृजेश जडिया ने इस हीरे की बोली 6 लाख 22 हजार रूपये प्रति कैरेट लगाई जिससे हीरे की कुल कीमत 1 करोड़ 62 लाख के करीब हो गई। इस सर्वाधिक बोली के साथ यह हीरा नीलाम हुआ। बताया जा रहा है कि सुशील शुक्ला को मिले हीरे के बाद अब उथली हीरा खदानों के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ रहा है।
14.09 कैरेट का हीरा 45. 25 लाख में नीलाम
नीलामी के पहले दिन14.09 कैरेट, 13.54 कैरेट और 6.08 कैरेट के बड़े हीरे नीलाम हुए । पहले दिन की नीलामी में 114.48 कैरेट वजन के हीरों को नीलामी में शामिल किया गया था। पहले दिन की नीलामी में 21 ट्रे में कुल 73 थान हीरों को शामिल किया गया था। 14.09 कैरेट का हीरा 45 लाख 25 हजार 708 रुपये में नीलाम हुआ है तो 13.54 कैरेट का हीरा 41 लाख 48 हजार 656 रुपये में नीलाम हुआ था। इन दोनों हीरो को बीएस एसोशियोर्ट ने खरीदा।
जेम्स क्वालिटी का 6.08 कैरेट का हीरा 28 लाख में बिका
सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र रहे जेम्स क्वालिटी का 6.08 कैरेट का हीरा 28 लाख रुपए में नीलाम हुआ। हीरा नीलामी में पन्ना जिले के स्थानीय हीरा व्यापारियों के साथ-साथ दिल्ली, मुंबई, सूरत, गुजरात, अहमदाबाद, राजस्थान, बेंगलुरु के कई जाने-माने हीरा व्यापारी शामिल हुए।
ईंट-भट्टा चलाते हैं सुशील
बताया जाता है कि पन्ना की कृष्णा कल्याणपुरा खदान में पन्ना नगर किशोरगंज मोहल्ले के सुशील शुक्ला को सोमवार को खुदाई में एक हीरा मिला था। सुशील ने पांच साथियों के साथ मिलकर खदान पर खुदाई की थी और सोमवार को उन्हें 26.11 कैरेट का हीरा मिला। उसी दिन उन्होंने हीरा कार्यालय में हीरे को जमा कर दिया था। सुशील शुक्ला ईंट-भट्टा चलाते हैं। वे 20 साल से हीरा खनन का काम भी कर रहे हैं लेकिन अभी तक उन्हें कोई भी हीरा नहीं मिला था। 26.11 कैरेट का हीरा उन्हें सोमवार को मिला तो उनकी और उनके साथियों की आंखों में चमक आ गई।
चौथा बड़ा हीरा
बताया जाता है कि पन्ना में हीरा खनन में सुशील शुक्ला को मिला हीरा अब तक मिले हीरों में चौथा बड़ा हीरा है। 1961 में पहली बार 44.33 कैरेट का हीरा मिला था जो अब तक का सबसे बड़ा हीरा था। इसके बाद 2018 में 42.29 और 2019 में 2946 कैरेट के हीरे मिले हैं। 26.11 कैरेट का सुशील का हीरा चौथा बड़े आकार का है।