सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MoMSME), भारत सरकार की रेज़िंग एंड एक्सीलरेटिंग एमएसएमई परफॉर्मेंस (RAMP) योजना के अंतर्गत मध्यप्रदेश के चयनित एमएसएमई उद्यमियों के लिए प्लास्टेक इंडिया एक्सपो, कोयंबटूर में भाग लेने हेतु एक एक्सपोज़र विजिट का आयोजन किया जा रहा है।
इंदौर , मध्यप्रदेश लघु उद्योग निगम लिमिटेड (MPLUN), सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग, मध्यप्रदेश शासन के अंतर्गत इस कार्यक्रम के संचालन एवं आयोजन के लिए नोडल एजेंसी के रूप में कार्य कर रहा है। इस कार्यक्रम में इंडस्ट्री पार्टनर के रूप में पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PHDCCI) महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान कर रहा है। राज्य के विभिन्न जिलों से चयनित एमएसएमई इकाइयों का नामांकन संबंधित जिला उद्योग केन्द्रों (DICs) के महाप्रबंधकों द्वारा किया गया है।यह एक्सपोज़र विजिट 11 दिसंबर से 13 दिसंबर 2025 तक आयोजित की जा रही है। प्रतिभागी प्रतिनिधिमंडल 11 दिसंबर को इंदौर से हवाई मार्ग द्वारा कोयंबटूर के लिए प्रस्थान करेगा एवं 13 दिसंबर 2025 को कोयंबटूर से इंदौर वापसी करेगा।
इस विजिट का मुख्य उद्देश्य एमएसएमई उद्यमियों को उन्नत प्लास्टिक विनिर्माण तकनीक, मटेरियल इनोवेशन, औद्योगिक ऑटोमेशन, अत्याधुनिक मशीनरी, और आधुनिक प्रोसेसिंग प्रथाओं से अवगत कराना है, जिससे वे अपनी उत्पादन क्षमता, टेक्नोलॉजी अपनाने की क्षमता और प्रतिस्पर्धात्मकता को सुदृढ़ कर सकें।
प्लास्टेक इंडिया एक्सपो 2025, कोयंबटूर के प्रमुख फोकस क्षेत्र इस प्रकार हैं:
- एडवांस्ड प्लास्टिक प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी
- इंजेक्शन मोल्डिंग, ब्लो मोल्डिंग एवं एक्सट्रूज़न सिस्टम
- इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन, रोबोटिक्स एवं प्रोडक्शन ऑप्टिमाइज़ेशन
- पॉलीमर साइंस एवं मटेरियल इनोवेशन
- पैकेजिंग टेक्नोलॉजी, मोल्ड्स एवं डाइज़
- प्लास्टिक मशीनरी, उपकरण एवं इंडस्ट्रियल सॉल्यूशन्स
- ऊर्जा दक्षता, ग्रीन मैन्युफैक्चरिंग एवं सतत उत्पादन तकनीक
- डिजिटल मैन्युफैक्चरिंग एवं इंडस्ट्री 4.0 एप्लिकेशन्स
- एमएसएमई बिजनेस कनेक्ट, सप्लाई चेन लिंकिंग एवं वेंडर डेवलपमेंट
- स्टार्ट-अप इनोवेशन, नई तकनीकों के लाइव डेमोंस्ट्रेशन एवं स्किल डेवलपमेंट
यह एक्सपोज़र विजिट रैम्प पहल के अंतर्गत आयोजित की जा रही है, जिसका उद्देश्य भाग लेने वाले उद्यमियों के ज्ञान, तकनीकी समझ, प्रतिस्पर्धात्मकता, बाजार संपर्क और नेटवर्किंग को सशक्त बनाना है। यह पहल मध्यप्रदेश के एमएसएमई पारिस्थितिकी तंत्र को सुदृढ़ करने एवं प्रदेश में सतत औद्योगिक विकास, आधुनिक तकनीक अपनाने और नवाचार को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
