इंदौर, दिसंबर 2025: बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ, इंदौर में डॉ. आस्था जैन ने बताया कि सर्दियों का मौसम फर्टिलिटी के लिए अच्छा माना जाता है। इस समय शरीर में विटामिन डी बढ़ता है और सेहत बेहतर रहती है, जिससे गर्भधारण की संभावना भी बढ़ती है। उन्होंने यह भी बताया कि आईवीएफ इलाज हमेशा वैज्ञानिक तरीके और सही दिशा-निर्देशों के अनुसार होना चाहिए।
सेशन के दौरान डॉ. जैन ने आईवीएफ शुरू करने से पहले आवश्यक सुधारात्मक सर्जरी पर भी रोशनी डाली।
उनके अनुसार, पॉलीप्स, फाइब्रॉइड्स, ओवेरियन सिस्ट, फैलोपियन ट्यूब में फ्लूड या एंडोमेट्रियोसिस जैसी स्थितियाँ गर्भस्थापना को बाधित कर सकती हैं।उन्होंने कहा, “इन समस्याओं का समय पर और मिनिमली इनवेसिव तकनीकों से उपचार आईवीएफ की सफलता दर को काफी बढ़ाता है।”डॉ. जैन के अनुसार, सर्दियों का मौसम प्रजनन स्वास्थ्य के लिए स्वाभाविक रूप से अनुकूल माना जाता है। उन्होंने कहा, “मौसमी, ताज़ा और पोषक आहार शरीर की ऊर्जा और हार्मोनल संतुलन को मजबूत बनाते हैं। ये सभी कारण अंडाणुओं और शुक्राणुओं की गुणवत्ता सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।”
उन्होंने यह भी बताया कि गर्भवती महिलाओं के लिए यह मौसम अधिक आरामदायक होता है, क्योंकि पोषक आहार आसानी से उपलब्ध होता है और शरीर भी बाकी मौसमों की तुलना में कम थकान महसूस करता है।
इसके साथ ही, डॉ. जैन ने यह भी बताया कि बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ में हर दंपत्ति का उपचार अंतरराष्ट्रीय गाइडलाइंस और साक्ष्य-आधारित प्रोटोकॉल के अनुसार किया जाता है। संपूर्ण मूल्यांकन, आवश्यक जांच और कदम-दर-कदम उपचार योजना सुनिश्चित करती है कि प्रत्येक दंपति को सुरक्षित, पारदर्शी और व्यक्तिगत देखभाल मिले।
