किसानों को सभी सहूलियत मुहैया करवाने के अधिकारियों को दिए निर्देश
दंतेवाड़ा, 11 दिसंबर 2025
कलेक्टर श्री कुणाल दुदावत ने बुधवार को दंतेवाड़ा जिले के कुआकोंडा विकासखण्ड का सघन भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने कुआकोंडा, पालनार एवं अरनपुर के धान खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण करते हुए तौल प्रक्रिया, इलेक्ट्रॉनिक तौल कांटा, नमी मापक यंत्र, बारदाने की उपलब्धता तथा किसानों के लिए पेयजल एवं बैठने की व्यवस्था जैसी मूलभूत सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और खरीदी प्रक्रिया पारदर्शी एवं सुचारू रूप से संचालित हो। साथ ही धान खरीदी की बढ़ती मात्रा को ध्यान में रखते हुए डनेज, तिरपाल तथा भंडारण व्यवस्था को मजबूत बनाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने यह भी कहा कि उपार्जन केन्द्र के आसपास उपलब्ध खाली स्थान को समतल कर साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए, ताकि धान की ढेरी रखने में किसी तरह की समस्या न आए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्वयं किसानों के धान का नमी मापक यंत्र से परीक्षण कर प्रक्रिया की पारदर्शिता और सटीकता का अवलोकन किया। इस मौके पर अधिकारियों ने जानकारी दी कि धान खरीदी केन्द्र कुआकोंडा में 1256 किसान पंजीकृत हैं, जिनमें से 68 किसानों ने अब तक धान बेचा है, जो 5.41 प्रतिशत है। पालनार में 763 पंजीकृत किसानों में से 13 किसानों द्वारा धान बेचा गया है, जिसका प्रतिशत 1.70 है, जबकि अरनपुर केन्द्र में 293 किसानों में से 1 किसान द्वारा धान विक्रय किया गया है, जो 34 प्रतिशत दर्शाता है।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री दुदावत ने उपार्जन केंद्र में मौजूद किसानों से भी आत्मीयतापूर्वक बातचीत की। किसानों ने तौल प्रक्रिया, बारदाने की उपलब्धता और अन्य व्यवस्थाओं के बारे में अपने सुझाव साझा किए। कलेक्टर ने किसानों की समस्याओं और सुझावों को गंभीरता से सुनते हुए यह आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन उनके हितों की सुरक्षा एवं खरीदी प्रक्रिया को निर्बाध बनाने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि किसानों के आने-जाने हेतु साफ-सफाई, पीने के पानी तथा त्वरित तौल की व्यवस्था हर हाल में सुनिश्चित की जाए, ताकि उन्हें लाइन में अधिक देर तक इंतजार न करना पड़े। अंत में कलेक्टर श्री दुदावत द्वारा पुलिस विभाग द्वारा स्थापित जांच नाका का भी अवलोकन किया गया, जहाँ उन्होंने बाहर से आने वाले धान की कड़ी निगरानी और सत्यापन की व्यवस्था को और मजबूत करने के निर्देश दिए, ताकि अवैध परिवहन और अनियमितताओं पर पूरी तरह रोक लगाई जा सके। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री जयंत नाहटा, सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।
