
केन्द्रीय आयुध एवं युद्ध कौशल विद्यालय (सीएसडब्ल्युटी) सीसुबल, इंदौर द्वारा आयोजित किया जाने वाला मेगा इवेंट विभिन्न राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और सीएपीएफ की टीमें इंदौर के रेवती रेंज में प्रतिस्पर्धा करेंगी – डॉ. मोहन यादव, माननीय मुख्यमंत्री, म.प्र. इवेंट का उद्घाटन करेंगे- अत्यधिक प्रतिस्पर्धी शूटिंग चैम्पियनशिप में 600 से अधिक प्रतिभागी हिस्सा लेंगे
इन्दौर 22 मार्च 2025 । केन्द्रीय आयुध एवं युद्ध कौशल विद्यालय (सीएसडब्ल्युटी) सीसुबल, इंदौर द्वारा 24 से 29 मार्च 2025 तक 18वीं अखिल भारतीय पुलिस निशानेबाजी (खेल) चैम्पियनशिप का आयोजन किया जा रहा है। मध्य प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उद्घाटन समारोह के दौरान मुख्य अतिथि होने की सहमति दी है।
2. इस मेगा इवेंट में, देश भर से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस संगठनों के महिला एवं पुरुष प्रतिभागियों और अधिकारियों सहित 600 से अधिक कार्मिक भाग लेंगे और उत्कृष्टता के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे। इस छह दिवसीय मेगा इवेंट के दौरान, इंदौर उज्जैन रोड स्थित बीएसएफ के रेवती रेंज में खेल हथियारों की कुल सत्रह स्पर्धाएं आयोजित की जायेगी। यह चैम्पियनशीप हमारे पुलिस कर्मियों को अपने असाधारण कौशल का प्रदर्शन करने के साथ-साथ विभिन्न पुलिस बलों के बीच खेल भावना और एकता को मजबूत करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करती है। इस चैम्पियनशीप के कई इवेंट ओलंपिक इवेंट्स से मेल खाते हैं। इस प्रतियोगिता के माध्यम से नई प्रतिभाओं की खोज और ऐसे खिलाडियों का चयन करने का प्रयास भी किया जाता है, जो भविष्य में पुलिस बलों और देश का प्रतिनिधित्व कर सकें, साथ ही विभिन्न राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय आयोजनों में भाग ले सकें।
3. सीमा सुरक्षा बल के मुख्य प्रशिक्षण संस्थानों में से एक ‘केन्द्रीय आयुध एवं युद्ध कौशल विद्यालय (सीएसडब्ल्युटी) सीसुबल, इंदौर’ की स्थापना वर्ष 1968 में हुई थी। इस संस्थान को भारत सरकार (गृह मंत्रालय) द्वारा “उत्कृष्ट केंद्र” से भी सम्मानित किया गया है। यह संस्थान केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, राज्य पुलिस बल, प्रोबेशनर्स आईपीएस और मित्र पड़ोसी मित्रवत देशों के पुलिस के अधिकारियों एवं अन्य पद के कार्मिकों को हंथियार और युद्ध कौशल रणनीति का प्रशिक्षण प्रदान करता है।
4. कई लोगों की रूचि को देखते हुए, यह आयोजन ‘पहले आओ, पहले पाओं’ के आधार पर जनता के लिए खुला है, परन्तु जगह की क्षमता और सुरक्षा को भी ध्यान में रखा जायेगा।