
जम्मू, 07 अप्रैल । जम्मू और कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर आये केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कठुआ जिले में भारत-पाकिस्तान सीमा पर बीएसएफ की एक अग्रिम चौकी का दौरा किया। यहां पिछले एक पखवाड़े से पाकिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान चल रहा है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दोपहर के आसपास जम्मू से कठुआ के हीरानगर सेक्टर के लिए एक हेलीकॉप्टर से उड़ान भरी। उन्हें बाद में जमीनी हालात का आकलन करने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) चौकी ‘विनय’ ले जाया गया। बीएसएफ के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी, जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात, बीएसएफ के महानिरीक्षक, जम्मू फ्रंटियर, शशांक आनंद और जम्मू क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक भीम सेन टूटी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने गृह मंत्री की अगवानी की। वरिष्ठ अधिकारी गृह मंत्री को सीमा पर जमीनी हालात के बारे में जानकारी देंगे।
अमित शाह कठुआ से लौटने के बाद जम्मू में राजभवन में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस कर्मियों के परिवार के सदस्यों से भी मिलेंगे और अनुकंपा के आधार पर चयनित कुछ पुलिसकर्मियों के स्वजनों को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे। पिछले साल अक्टूबर में नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार बनने के बाद शाह का केंद्र शासित प्रदेश का यह पहला दौरा है। मंगलवार को शाह श्रीनगर में राजभवन में एक बैठक में केंद्र शासित प्रदेश में विभिन्न विकास कार्यक्रमों का जायजा लेंगे। अधिकारियों ने बताया कि बाद में वह राजभवन में एक अन्य बैठक में भी शामिल होंगे, जिसमें जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की जाएगी।
अमित शाह रविवार शाम को जम्मू पहुंचे थे और भाजपा मुख्यालय में विधायकों और पदाधिकारियों के साथ बंद कमरे में करीब दो घंटे बैठक की थी। अधिकारियों ने बताया कि शाह के दौरे के चलते पुलिस और सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। कठुआ जिले के वन क्षेत्र में 23 मार्च से बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चल रहा है। पुलिस और अन्य सुरक्षाबलों ने हीरानगर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार से घुसपैठ कर आए पांच आतंकवादियों के एक समूह को रोका था। 27 मार्च को जिले में भीषण मुठभेड़ में चार पुलिसकर्मी बलिदान और दो आतंकवादी मारे गए थे।